लखनऊ: अयोध्या को भव्य धार्मिक रूप देने के लिए इसके सभी प्रवेश बिंदुओं पर बागों से घिरे ‘राम द्वार’ कहे जाने वाले भव्य प्रवेश द्वार जल्द ही बनेंगे. ‘राम द्वारों’ के किनारे लगे बागों को ‘रामायण वाटिका’ कहा जाएगा. अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि अयोध्या में छह प्रवेश द्वार हैं. अयोध्या शहर को भव्य धार्मिक रूप देने के लिए सभी प्रवेश बिंदुओं पर भव्य द्वार या राम द्वार बनाए जाएंगे.
यह पहल पवित्र शहर को एक छोटे से शहर से एक नए शहर में बदलने की योजना का एक हिस्सा है, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस और संस्कृति के अनुकूल हैं. अयोध्या में विकास कार्यों की समीक्षा करने वाले प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी विकास दीपक कुमार ने कहा कि अयोध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के विजन डॉक्युमेंट के लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर कवायद जारी है.
विभिन्न विभाग बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने के विजन को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने में लगे हैं. अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को विकसित करने का भी लक्ष्य है. इस बीच, अयोध्या में राम मंदिर में पत्थर का काम दिसंबर में शुरू होने की उम्मीद है, क्योंकि मंदिर की नींव के लिए कंप्रेस्ड कंक्रीट बेस रखा गया है, जिसके अक्टूबर तक पूरा होने की संभावना है.