लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में होने हैं लेकिन चुनावी गर्माहट का एहसास अभी से होने लगा है। बसपा टूट की कगार पर है। पार्टी के कई विधायक बागी हो गए हैं और सूत्रों की मानें तो एक और विधायक के विद्रोही होते ही बागी विधायक अपनी नई पार्टी बनाने के लिए तैयार हैं। इस बीच बागी विधायकों ने मंगलवार को पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी चर्चा की जिसके बाद राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई। अब बसपा सुप्रीमों ने ट्वीट करके इस मामले में सपा को भी चेतावनी दे दी है।
जानकारी के अनुसार बसपा के 11 विधायकों ने पार्टी से अलग होने का मन बनाया है और 12 विधायकों की संख्या होते ही एक नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। फिलहाल अभी यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि बागी विधायक नई पार्टी बनाएंगे या फिर किसी दूसरी पार्टी में शामिल होंगें। बागी विधायकों के अखिलेश यादव से मिलने के बाद पूर्व सीएम ने सपा तो चेतावनी दी है। उन्होंने इस संबंध में बुधवार को कई ट्वीट किए।
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जिन्हें सपा बसपा के बागी विधायक बता रही है उन्हें राज्य सभा के चुनाव के दौरान सपा और एक उद्योगपति से मिलकर एक दलित बेटे को हराने के आरोप में बसपा से पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि हमेशा से ही जोड़ तोड़ की राजनीति में माहिर समाजवादी पार्टी मीडिया के सहारे यह दुष्प्रचार कर रही है कि बसपा के कुछ विधायक टूट कर सपा में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को चेतावनी देते हुए कहा कि सपा अगर इन निलम्बित विधायकों के प्रति थोड़ी भी ईमानदारी दिखाती तो इन्हें अब तक अधर में नहीं रखती। उन्होंने कहा कि इनको मालूम है कि अगर बीएसपी के यदि इन विधायकों को पार्टी में लिया तो सपा में बगावत और फूट पड़ेगी।