पटना। देश के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर बिहार में भी सरगर्मी तेज हो गई है। सोमवार को दिल्ली से एक साथ कई किसान नेता पटना पहुंचे। केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए कृषि बिल के खिलाफ देशभर के किसान संगठन एकजुट हैं। किसान दिल्ली व उसके सीमावर्ती इलाकों में लगातार 24 दिनों से आंदोलनरत हैं। किसानों की मांग है कि केन्द्र सरकार कृषि बिल को वापस ले। बिल वापस नहीं होने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कही जा रही है। इस आंदोलन को लेकर देशभर से नेताओं की अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही है। इसी बीच बिहार के कृषि मंत्री की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
किसान आंदोलन पर बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह के तेवर गर्म नजर आए। अमरेन्द्र ने दिल्ली किसान आंदोलन को दलालों का आंदोलन तक कह दिया। मंत्री ने कहा कि देश में साढ़े पांच लाख गांव हैं। किस गांव का किसान आंदोलन कर रहा? अगर किसान आंदोलन करते तो पूरे देश में आंदोलन होता। क्या सिर्फ हरियाणा-पंजाब में ही किसान हैं, बिहार या दूसरे राज्यो में नहीं?
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दिल्ली में जमे किसान
बता दें कि दिल्ली शीतलहर की चपेट में है, इसके बावजूद केंद्र के कृषि कानूनों का दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। शहर में बीते रविवार को पारा 3.4 डिग्री सेल्सियत तक गिर गया जो इस मौसम में अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है।” इसके बावजूद किसानों का मोर्चा सरकार के खिलाफ जारी है।