लखनऊ। 28 जुलाई को ‘वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे’ मनाया जाता है। हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ी सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है। केजीएमयू के गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. सुमित रूंगटा के मुताबिक हेपटाइटिस वायरस कई प्रकार का होता है। इसमें बी-हेपेटाइटिस बहुत ही घातक है। यह वायरस अमूमन लिवर पर हमला करता है। इलाज में देरी होने पर लिवर खराब हो जाता है और ट्रांसप्लांट तक नौबत आ जाती है। वहीं ये वायरस शरीर जोड़, किडनी के टिश्यू भी डैमेज कर देता है। इससे किडनी की बीमारी व जोड़ों में दर्द की समस्या हो जाती है। इन समस्याओं को एक्स्ट्रा हिपेटिक मेनिफस्टेशन कहते हैं। दुनिया भर में लाखों लोग हर साल हेपेटाइटिस का शिकार होते हैं और इसीलिए इस खतरनाक बीमारी के बारे में अवेयरनेस फैलाने के लिए हर साल ‘वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे’ मनाया जाता है।

5 प्रकार का होता है हेपेटाइटिस
डॉ. सुमित रूंगटा के मुताबिक, हेपेटाइटस मुख्यत: पांच प्रकार का होता है। इनके नाम हेपेटाइटिस-ए, हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी और हेपेटाइटिस-डी है। इसमें बी और सी ज्यादा खतरनाक होते हैं।

हेपेटाइटिस के लक्षण
हमेशा थकान महसूस होनाभूख न लगना, पेट दर्द होनासिर दर्द और चक्कर आनापेशाब का पीला आनाशरीर मे पीलापनवजन में कमी आनाजोड़ों में दर्द, उल्टी होना आदि

क्या होता है बीमारी का इफेक्ट
देश में हर साल हेपेटाइटिस के कारण 13 लाख के करीब मरीजों की मौत होती है.देश में करीब चार करोड़ लोग हेपेटाइटिस-बी की गिरफ्त में है12 लाख के करीब मरीज हेपेटाइटिस-सी के चपेट में हैं। 10 लाख के करीब मरीज साल भर में हेपेटाइटिस का शिकार होते हैं

हेपेटाइटिस के प्रमुख कारण
दूषित खान-पान सेइन्फेक्टेड ब्लड ट्रांसफ्यूजन व दूसरे फ्ल्यूड सेइन्फेक्टेड ब्लड, इन्फेक्टेड सिरिंज सेयह मरीज पहले से एचबीवी वायरस से पीड़ित होते हैं

ऐसे कराएं जांच
लिवर फंक्शन टेस्ट, पेट का अल्ट्रासाउंड, ऑटोइम्यून ब्लड मार्कर, हेपेटाइटिस ए, बी,सी का टेस्ट।https://gknewslive.com

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