सन्तों के जीव में भटकाव आ गया तो कई जन्मों तक मनुष्य शरीर मिलता रहता है: उमाकांत जी
धर्म कर्म: बाबा जयगुरुदेव जी महाराज वर्ष 2007 में बशीरतगंज, जिला उन्नाव में सतसंग मंच से अपने उत्तराधिकारी की घोषणा सार्वजनिक तौर पर करके गए, जिनको अपनी पूरी पॉवर, पूरी…