जीवों को नरक चौरासी की असहनीय पीड़ा से बचाने के लिए सतपुरुष सन्तों के रूप में धरती पर आते हैं: उमाकांत जी महाराज
लखनऊ: इस मृत्युलोक में और नरकों में दुःख पाती जीवात्माओं की करुण पुकार से द्रवित होकर सन्त के रूप में जग में आये हुए स्वयं सतपुरुष, नरकों की भयंकर पीड़ा…