लखनऊ। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में बुधवार को दिनदहाड़े बदमाशों ने एक वकील के अपहरण का प्रयास किया। लेकिन बदमाश घटना को अंजाम देने में सफल नहीं हो पाए। क्योंकि मौके पर ही ट्रैफिक पुलिस के हेड कांस्टेबल ने अपनी जान की परवाह न करते हुए अपहरणकर्ताओं की गाड़ी के आगे बैरियर लगा दिया और बदमाशों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। मामला सुभाष चौकी का है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। और घटना में इस्तेमाल स्कार्पियो गाड़ी को भी कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरु की है।
बता दें शहर कोतवाली के मलकपुरा मोहल्ले में रहने वाले बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राज किशोर तिवारी की पत्नी शिक्षिका हैं। बुधवार सुबह वे रामकथा मार्ग स्थित सरस्वती बालिका विद्या मंदिर कॉलेज में पत्नी को छोड़कर बाइक से अपने घर लौट रहे थे। तभी शारदा मंदिर के पास मुख्य चौराहे के पास एक सफेद रंग की स्कार्पियो में सवार कुछ लोगों ने राज किशोर की बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर से बाइक असंतुलित होकर गिर गई और कार सवार बदमाशों ने राज किशोर तिवारी को जबरदस्ती गाड़ी में बिठा लिया। घबराए वकील राजकिशोर तिवारी की चीख पुकार सुन बैरिकेडिंग पर तैनात ट्रैफिक सिपाही ज्ञान सिंह ने अपहरणकर्ताओं की गाड़ी का पीछा किया और अपनी जान जोखिम में डालकर गाड़ी को रोक लिया। पुलिस को देख अपहरणकर्ताओं ने भागने का प्रयास किया। जिसमें पुलिस ने एक अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया।
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परिवार के ही लोगों ने किया अगवा करने का प्रयास
राजकिशोर तिवारी ने बताया कि अपहरणकर्ता आशीष तिवारी, नंद किशोर तिवारी और महेंद्र भी चचेरे परिवार के सदस्य है। इनसे जमीनी विवाद चल रहा है। पूर्व में आरोपियों पर रंगदारी का मामला दर्ज कराया था। इसी खुन्नस के चलते अगवा करने की कोशिश की गई है। पुलिस आलाधिकारियों ने अधिवक्ता मामले को गंभीरता से लेते हुए अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरु कर दी है। अधिवक्ता के अपहरण मामले से वकीलों में भी खासा आक्रोश है।https://gknewslive.com