लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उत्तर प्रदेश सरकार मंत्रिमंडल विस्तार (UP Cabinet Expansion) तो आज कर रही है, लेकिन इस विस्तार को राजनीतिक विस्तार की संज्ञा दी जा सकती है. चुनावी प्रक्रिया शुरू होने में अब 4 महीने भी नहीं बचे हैं, ऐसे में केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार की तरह राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में भी ओबीसी और दलित प्रमुखता से रहेंगे. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ब्राह्मण चेहरा को बीजेपी मंत्रिमंडल में शामिल कर रही है, जिससे साफ हो गया है कि पिछड़ों और दलितों के साथ ब्राह्मण को मंत्रिपद देकर एक संदेश दिया जा रहा है.
2. केन्द्र व यूपी सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दुःखी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले अपनी फेस सेविंग के लिए गन्ना का समर्थन मूल्य थोड़ा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं। ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
2022 के चुनाव से पहले इस विस्तार से बीजेपी अपनी गुणा-गणित फिट करेगी और इन नेताओं को अतिरिक्त जिम्मेदारी भी देगी. सूत्र बताते हैं कि 7 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. जितिन प्रसाद की बात करें तो उन्होंने बंगाल चुनाव के बाद बीजेपी का दामन थाम लिया था. पश्चिम बंगाल में वे कांग्रेस के महत्वपूर्ण सिपाही बन कर गए थे, लेकिन वापस लौटे तो भगवा रंग में रंगे हुए थे. इसका इनाम जितिन प्रसाद को मिल रहा है. यूपी में ब्राह्मणों को खुश करन की एक पहल भी है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और यूपी कांग्रेस के बड़े नेता जितिन प्रसाद इससे पहले दो बार सांसद रहे हैं.