लखनऊ। राजधानी लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम सेक्टर-9 में शरद पूर्णिमा पावन पर्व पर आयोजित दो दिवसीय आध्यात्मिक सत्संग में समारोह के प्रथम दिन 19 अक्टूबर को विश्व विख्यात संत बाबा उमाकांत जी महाराज ने सत्संग सुनाते हुए कहा, कि सभी जीवों परमात्मा की रूह एवं जीवात्मा है। पहले के समय मे बराबर सत्संग होता रहता था। जब सतसंग मिलता था। लोगों में तब जानकारी रहती थी कि किस तरह से खाया जाए, किस तरह से रहा जाये। भाई-भाई के साथ कैसा व्यवहार करें, पिता पुत्र के साथ कैसा बर्ताव करे, पति पत्नी का क्या फर्ज है। इसकी जानकारी लोगो मे रहती थी। पाप से बचो, पाप समुद्र में भी नहीं समाता। महाराज जी ने बताया कि जब यह जानकारी लोगो मे रहती थी कि झूठ बोलना पाप है। पाप से लोग डरते थे । पाप करने से लोग बचते थे।
महाराज जी ने कहा जीव हत्या बहुत बड़ा पाप है। सभी जीव-जंतुओं में मालिक का अंश जीवात्मा है। जीवो की हत्या हिंसा करने कुदरत नाराज हैं। जो सजा देने के लिए तैयार है। शाकाहार के बारे मे बताते हुए महाराज जी कहा कि मनुष्य का भोजन मांस नही है। शाकाहारी भोजन करने से मनुष्य चरित्रवान बनता है। मनुष्य को शराब जैसे बुद्धिनाशक नशे का परित्याग कर देना चाहिए। शराब को पीने के बाद अपनी ही मां बहन की पहचान खत्म हो जाती है। आगे का समय बहुत ही खराब है तकलीफो की आंधी आ रही है। अन्न की बहुत बड़ी कमी हो जायेगी। आगे कॅरोना से तेज ऐसी ऐसी ला इलाज बीमारियां आ रही है। जिनका इलाज डॉक्टरों के पास नहीं है। एक बीमारी का नाम नही रख पाएंगे दूसरी बीमारी आ जाएंगी। आगे के खराब समय मे जयगुरुदेव नाम मददगार साबित होगा। शाकाहारी सदाचारी नशामुक्त चरित्रवान व्यक्ति रोज सुबह उठने के समय व रात्रि के सोने के समय जयगुरूदेव नाम ध्वनि बोलने से फायदा होगा।
कार्यक्रम में कन्हैया लाल गुप्ता, मंगूलाल, लछिमन सिंह, आनन्द प्रकाश अवस्थी, संतोष सिंह, नागेश्वर दुवेदी, शशिकांत सिंह, आलोक माथुर, आर पी त्रिपाठी, सत्य प्रकाश शुक्ला, सुभाष गुप्ता, वरुणेंद्र प्रताप सिंह, राजेश मौर्या, संतोष राय, ललित शुक्ला, कमलेश तिवारी, कृष्णानंद दुवेदी, नितिन सोनकर, दीपक श्रीवास्तव सहित लाखो की संख्या में जयगुरदेव भक्त सामिल हुए। https://gknewslive.com