प्रतापगढ़: भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर सपा नेता शम्स तबरेज ने एक प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए कहा कि मौलाना आजाद कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने 1912 में एक साप्ताहिक समाचार पत्र निकालना शुरू किया जिसका नाम अल हिलाल था। अल हिलाल के माध्यम से उन्होंने साम्प्रदायिक सौहार्द और हिंदू मुस्लिम एकता को बढ़ावा देना शुरू किया। मौलाना आजाद 1940 और 1945 के बीच कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
आज़ादी के बाद 1947 में पंडित जवाहरलाल नेहरू की नेतृत्व वाली सरकार में भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री बने। श्री तबरेज ने आगे जारी बयान में कहा कि मौलाना ने आईआईटी, आईआईएम और यूजीसी जैसे संस्थानों की स्थापना कर शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। 22 फरवरी 1958 को हृदय आघात से मौलाना ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। मौलाना आजाद के तमाम योगदानों को देखते हुए 1992 में उनको भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उनके जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।