धर्म : सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य कि उपाधी दी गई है । किसी भी पूजा की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा के साथ होती है। लोगों कि एसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति भगवान गणेश की श्रद्धापूर्वक पूजा-उपासना करता है, उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं और घर में सुख, शांति और समृद्धि रहती है। भगवान गणेश की पूजा के समय विशेष ध्यान देने की जरूरत है। भगवान गणेश की मूर्ति खरीदने और स्थापित करने के समय भी विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए :-

– घर में भगवान गणेश की मूर्ति तभी स्थापित करें, जब आप रोजाना उनकी पूजा और प्रार्थना कर सकें। अगर आप ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं तो घर में मूर्ति स्थापित न करें।

– जब भी घर में मूर्ति स्थापित करें तो यह सुनिश्चित कर लें कि उनका मुख मुख्य द्वार की ओर हो।

– लिविंग रूम में भूलकर भी भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित न करें।

-कुछ लोग सीढ़ी के नीचे पूजा घर बना लेते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें और न ही इस स्थान पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।

-मां लक्ष्मी की मूर्ति भगवान गणेश के दाहिनी ओर रखें। मां लक्ष्मी आदिशक्ति है जो कि भगवान गणेश की मां हैं। इसलिए भूलकर भी मां लक्ष्मी की मूर्ति भगवान गणेश के बाईं ओर न रखें।

डिस्क्लेमर

” हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।”

लेखिका – कीर्ति गुप्ता

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