कर्नाटक: रूस यूक्रेन युद्ध में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव हावेरी ज़िले में पहुंच गया है। नवीन के पिता ने बताया की, पहले यहां पर पूजा होगी, उसके बाद बॉडी को दर्शन के लिए रखा जाएगा और शाम को उसकी बॉडी को एस.एस.अस्पताल दावणगेरे को डोनेट कर दी जाएगी। मीडिया से बात करते हुए नवीन के पिता ने बताया की, नवीन का बचपन से डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करने का सपना था लेकिन उसे यहां मेडिकल सीट नहीं मिल पाई। इसलिए जब उसे मौका मिला तो वह यूक्रेन चला गया लेकिन वह अपना डॉक्टर बनने का सपना पूरा नहीं कर पाय। नवीन के पिता ने आगे कहा की, वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाया लेकिन कम से कम आगे आने वाले बच्चों को सीखने में उसकी बॉडी से कुछ फायदा होगा इसलिए हमने उसकी बॉडी डोनेट करने का फैसला किया।
लेखिका – कीर्ति गुप्ता