उत्तर प्रदेश : 19 सितंबर से शुरू होने वाले यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र में विपक्ष कानून-व्यवस्था, महिला सुरक्षा, महंर्गाई समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला बोलने की तैयारी कर रहा है। मानसून सत्र के पहले दिन ही, सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ मिलकर हाल ही में हुई लखीमपुर खीरी, गोंडा समेत अन्य जिलों में महिलाओं के साथ हुई घटनाओं को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगी। मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इस सर्वदलीय बैठक में सपा नेताओं और आजम खान के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों की जांच कराने का अनुरोध किया गया है।
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विधानसभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय का कहना है कि, प्रदेश में आपराधिक घटनाएं खास तौर पर महिला उत्पीड़न के मामलों में इजाफा हुआ। कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर सरकार लगातार फेल हो रही है। कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी का कहना है कि, सदन में कानून-व्यवस्था, महंगाई, महिला उत्पीड़न, सूखे के कारण परेशान किसानों के मुद्दे पुरे जोर के साथ उठाए जाएंगे। वहीँ, बसपा के विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा की, इस समय कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा है। महंगाई से जनता की हालत खराब है। इसलिए सदन में ये मुद्दे भी उठाए जाएंगे।