उत्तर प्रदेश : बीते कुछ समय से प्रदेश में होने वाले हादसों के मामलों में काफी इजाफा देखने को मिला है। लखनऊ, इटौंजा, कानपुर और लखीमपुर में हुए हादसों का मुख्य कारण दो पहिया ट्रॉली थी। ऐसे हादसों पर रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाते हुए एक पांच सदस्यीय समिति गठित की है। जानकारी के मुताबिक, अब ट्रॉलियों का पंजीकरण सिर्फ कृषि कार्य के लिए होगा, व्यावसायिक श्रेणी में यह पंजीकृत नहीं होंगी।
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पांच सदस्यीय समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रॉलियों का इंश्योरेंस करने के साथ ही निर्माता को आईआईटी जैसे तकनीकी संस्थान से चार पहियों की ट्रॉली की डिजाइन की अनुमति लेनी होगी। अब से दो पहियों की ट्रॉली न बनेगी और न ही पंजीकृत की जाएंगी। अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) वीके सोनकिया ने बताया कि रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए एक बैठक हो चुकी है। रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। इस पर मुहर लगते ही इसे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।