लखनऊ : राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में शुक्रवार को 3 दिवसीय लखनऊ आर्किटेक्ट फेस्टिवल 2022 ‘आविर्भाव’ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान आर्किटेक्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट हबीब खान बतौर चीफ गेस्ट इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान फेस्टिवल में मैनुअल ऑफ आर्किटेक्ट की लॉन्चिंग हुई। कार्यकर्म में देशभर से काउंसिल ऑफ आर्किटेक्ट के तमाम एक्सपर्ट्स, AKTU की डीन, प्लानिंग व आर्किटेक्ट कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. वंदिता सहगल समेत लखनऊ आर्किटेक्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी और तमाम सदस्य भी मौजूद रहे। बतादें, 1972 में पार्लियामेंट में आर्किटेक्ट एक्ट पास हुआ, उसके बाद साल 1989 में आर्किटेक्ट रेगुलेशन्स पहली बार पब्लिश हुई और मैनुअल ऑफ आर्किटेक्ट प्रैक्टिस 2022 में आई है।
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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए चीफ गेस्ट हबीब खान ने बताया कि, पंडेमिक के दौरान काउंसिल ऑफ आर्किटेक्ट के मेंबर्स ने 72 सप्ताह और रोजाना 4 घंटे काम करने के बाद यह मैन्युअल बनाया हैं। उन्होंने कहा, COA का यह मैन्युअल ना केवल यंग आर्किटेक्ट के लिए फायदेमंद है बल्कि यह आम आदमियों को आर्किटेक्ट की फ्रॉडलेन्ट सर्विस से भी बचाएगा। आर्किटेक्ट सलिल ने बताया कि आर्किटेक्ट का प्रोफेशन 120 से 150 साल पुराना हैं। ज्यादातर इटालियन डिजाइनर आर्किटेक्ट होते हैं। यह मैन्युअल सभी के लिए उपयोगी हैं।