लखनऊ : वेतन विसंगतियों और पावर कॉर्पोरेशन की चल रही मनमानी के खिलाफ 500 से ज्यादा इंजीनियर और कर्मचारियों ने शक्ति भवन पर धरना शुरू कर दिया है। इंजीनियरों का कहना है कि समस्त ऊर्जा निगमों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने की नोटिस पहले ही अपर मुख्य सचिव(ऊर्जा) को भी भेज दी गई है। बार – बार बात करने के बाद भी उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई।
इंजीनियर और कर्मचारियों ने नोटिस जारी करते हुए कहा की, कर्मचारी किसी भी स्थिति में समझौता नहीं करेंगे, अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन और बड़ा होगा। इंजीनियर और कर्मचारियों ने , निर्धारित चयन प्रक्रिया के अन्तर्गत चेयरमैन, प्रबन्ध निदेशकों व निदेशकों के पदों पर चयन किया जाए, पारेषण में जारी निजीकरण प्रक्रिया निरस्त की जाए, सभी बिजली कर्मियों को कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान की जाए, बिजली कर्मियों को कई वर्षों से लम्बित बोनस का भुगतान किया जाए, भ्रष्टाचार एवं फिजूलखर्ची रोकने हेतु लगभग 25 हजार करोड़ के मीटर खरीद के आदेश रद्द किए जाए व कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां दूर किए जाने की मान की है।
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बतादें, आंदोलन 21 नवंबर को और बड़ा होकर राजधानी लखनऊ सहित समस्त जनपदों व परियोजनाओं पर दोपहर 03 बजे से 5 बजे तक होगा। 22 नवम्बर 2022 को आन्दोलन के दौरान ही इंजीनियर जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपेंगे, इसी क्रम में 28 नवम्बर शाम पांच बजे मुख्यालयों पर मशाल जुलूस निकाला जाएगा।