लखनऊ। मुरादाबाद जिले में डीएम कार्यालय के बाहर एक संविदा बिजली कर्मचारी ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बिजली कर्मचारी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। डॉक्टर का कहना है कि कर्मचारी की हालात खतरे से बाहर है।संविदा बिजली कर्मचारी पिछले साल फरवरी से बर्खास्त चल रहा है। कर्मचारी नौकरी बहाली के लिए बिजली अधिकारी और जिलाधिकारी के ऑफिस के चक्कर लगा रहा है।
दरअसल, बर्खास्त बिजली संविदा कर्मचारी सुरेंद्र गुप्ता मूल रूप से बंगला गांव थाना नागफनी जिला मुरादाबाद का निवासी है। सुरेंद्र को 20 फरवरी 2020 को किसी कारण से पेट्रोल मैन पद से उसे बर्खास्त कर दिया गया था। जिसके बाद वह लगातार बिजली अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर लगा रहा है। लेकिन कोई सुनवाई न होने के कारण बर्खास्त चल रहे सुरेंद्र ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। पुलिस की मदद से सुरेंद्र को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब सुरेंद्र की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।’
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बिजली विभाग के एससी पर लगाया आरोप
बर्खास्त बिजली संविदा कर्मचारी सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि बिजली विभाग के एससी दीपक कुमार पेट्रोल मैन के पद पर नियुक्ति करने को तैयार नहीं हो रहे हैं।बार-बार एक ही बात कहते हैं नौकरी बहाली जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी। लेकिन किसी तरह की कोई बात सुनने के लिए वह तैयार नहीं हैं।https://gknewslive.com