धर्म कर्म: महाराज जी ने राजसंमद (राजस्थान) में बताया कि देश में अगर शराब और मांस को बंद कर दिया जाए तो रोग, लड़ाई-झगड़ा, अपराध और भ्रष्टाचार कम हो जाएगा। शराब, मांस विनाश का कारण बन जाता है, खून को यह बेमेल कर देता है क्योंकि यह मनुष्य का भोजन नहीं है। मांस तो उनका भोजन है जो चाट कर पानी पीते हैं, जिनके दांत नुकीले, आंखे गोल होती है।
मछली तालाब की सफाई के लिए बनाई गई। कोई भी गंदी चीज तालाब में डाल दो, मछली खा जाती है। खंखार करके थूक दो, लेट्रिन के टुकड़े, जानवरों का गोबर सब मछली खाएगी। कुदरत ने सफाई के लिए उनको बनाया। जब कुँए के पानी में कीड़े पड़ जाते हैं, पी नहीं सकते तब मछली लाकर लोग उसमें डाल देते हैं। मरने पर पानी के ऊपर तैरती है तो गिद्ध, कौआ खाते है। मछली गिद्ध, कौवे का भोजन है, आप मत खाना। जो शाकाहारी चीजें मनुष्य का भोजन है, उसको खाओ।