लखनऊ: लोकसभा 2024 चुनाव से पहले कांशीराम की मूर्ति का अनावरण कर दलितों को साधने के इरादे से रायबरेली पहुँच रहे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की कोशिशें सफल होती नजर नही आ रही है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक दिवसीय दौरे से पहले रायबरेली में समाजवादी पार्टी की गुटबाजी खुल कर सामने आ गई है। जहां स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस की चौपाइयों को लेकर सुर्खियों में आए थे। वहीं, ऊंचाहार में भी विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था।
वर्तमान विधायक सपा ऊंचाहार से मुख्य सचेतक विधानमंडल दल मनोज कुमार पांडे के बयानबाजी के चलते स्वामी की बयानबाजी भी रामचरितमानस को लेकर खटक रही थी। अलग-अलग बयानबाजी चलती रही है मगर सोमवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऊंचाहार विधानसभा स्थित अपने कांशीराम कॉलेज में अखिलेश यादव को कांशीराम की मूर्ति का अनावरण करवाने की लिए बुलाया तो ऊंचाहार से सपा विधायक मनोज पांडेय स्वामी के कार्यक्रम में न शामिल होकर खुद का कार्यक्रम आयोजित कर स्वामी के कार्यक्रम से दूरी बना रहे हैं। वहीं स्वामी प्रसाद के कार्यक्रम से पहले मनोज पांडेय ने साढ़े बारह बजे अखिलेश के स्वागत कार्यक्रम के नाम पर अलग आयोजन कर रहे है।
विधायक ने अलग किया कार्यक्रम
कांशीराम की मूर्ति का अनावरण करवाने से पहले ऊंचाहार से सपा विधायक मनोज पांडेय स्वामी के कार्यक्रम में न शामिल होकर खुद का कार्यक्रम आयोजित कर दिया। स्वामी के कार्यक्रम से पहले मनोज पांडेय ने साढ़े बारह बजे अखिलेश के स्वागत कार्यक्रम के नाम पर अलग आयोजन रख दिया। सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के विद्यालय में मूर्ति का अनावरण होगा। यहीं से जनसभा को भी संबोधित करेंगे। अखिलेश यादव, ऊंचाहार विधानसभा में दीनशाह गौरा ब्लाक के चरुहार जियायक में स्वामी प्रसाद मौर्य का कार्यक्रम होगा।