धर्म कर्म: दिखावे से दूर रहने की शिक्षा देने वाले, कड़ी मेहनत से कमाई गयी साधना जिस कारण से दो मिनट में ख़त्म हो जाय उससे सावधान करने वाले, टोटल परमार्थी काम करने और कराने वाले, गुरु को जल्दी खुश कर भौतिक और आध्यात्मिक दोनों तरक्की पाने का उपाय बताने वाले, इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, अन्तर्यामी परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकांत जी महाराज ने बताया कि दिखावे का काम नहीं करना चाहिए।
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सतसंग में समस्याओं के उपाय बताये जाते हैं, तो उसे सीख समझ कर करो ताकि तकलीफ आवे ही नहीं। काम वासना के मैल की वजह से भजन भाव भक्ति दो मिनट में खत्म हो जाती है। इससे बचो क्योंकि इस समय पर कलयुग का जोर बहुत ज्यादा चल रहा है। छोटे-बड़े सभी आश्रमों से परमार्थी गतिविधियां शुरू हो जाए। प्रार्थना आरती रोज ऐसी होनी चाहिए सतगुरू घट में ही प्रकट हो जाए।