लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 14 लाख से अधिक वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगना अभी बाकी है जिससे RTO से जुड़े कामों पर असर देखने को मिल रहा है। यूपी के वाहनों पर अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दिया गया है। जिन गाड़ियों पर HSRP नहीं होंगे, उनका ट्रांसफर, पता परिवर्तन और फिटनेस प्रमाण पत्र जैसे RTO से जुड़े काम नहीं हो पाएंगे। नए नंबर प्लेट के बिना जहां कई काम ठप पड़ गए हैं। वहीं वाहन मालिकों में HSRP की बुकिंग को लेकर होड़ मच गई है। ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था के तहत लोगों को दो-दो माह के बाद की तारीख मिल रही है। सोमवार को प्रमुख सचिव परिवहन की ओर से जारी नए सर्कुलर में साफ कहा गया है कि HSRP के बिना RTO कार्यालय में कोई काम नहीं होगा। इतना ही नहीं वाहनों का फिटनेस भी नहीं किया जाएगा। इतना राहत जरूर दी गई है कि HSRP की रसीद पर कार्यालयों में कामकाज हो सकेगा।
RTO (प्रशासन) आरपी द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में चार वेंडरों को HSRP बनाने का ठेका है। 26 फरवरी को बुक नंबर प्लेट 27 अप्रैल को मिलेगी। बुकिंग के लिए वाहन डीलरों के यहां जा रहे दर्जनों वाहन स्वामी पुराने वाहनों में तेजी से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाए जा रहे हैं जो समय सीमा तय की गयी है‚ उसके अंदर ही पुराने वाहन स्वामी अपने-अपने वाहनों में HSRP लगवा लेंगे। लखनऊ पर गौर करें तो एक अप्रैल 2019 के बाद लखनऊ जनपद में गुरुवार तक दो लाख 15 हजार 182 नए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाकर वाहन मालिकों को दिया जा चुका है। पुराने वाहनों पर गौर करें तो गुरुवार तक करीब 75 हजार वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाये जा चुका है। इसके चलते भी पुराने वाहन स्वामियों में HSRP के लिए होड़ मची है ताकि बुकिंग की रसीद के आधार पर RTO ऑफिस में काम कराया जा सके।http://GKNEWSLIVE.COM