Health Tips : डायबिटीज हमारी सेहत के लिए कई प्रकार से जोखिमों का कारण हो सकती है। ब्लड शुगर के अनियंत्रित रूप से बढ़ने की स्थिति शरीर के लिए कई प्रकार से समस्याकारक मानी जाती है। इससे शरीर के कई अंगों जैसे आंखों, तंत्रिका, हृदय-फेफड़े की समस्या बढ़ जाती है। डायबिटीज, आपमें संक्रमण होने के जोखिमों को भी कई गुना तक बढ़ाने वाली हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अगर डायबिटीज रोगी मोटापे का भी शिकार है तो यह स्थिति और भी भयावय हो सकती है। डायबिटीज के साथ मोटापे की इस समस्या को ‘डायबिसिटी’ के नाम से जाना जाता है।
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मोटापा न सिर्फ, टाइप-2 डायबिटीज के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है साथ ही यह डायबिटीज की जटिलताओं को भी कई गुना तक बढ़ाने वाली समस्या हो सकती है। इसके अलावा अगर आपका वजन और शुगर लेवल दोनों नियंत्रित नहीं है तो समय के साथ ऐसे रोगियों में हृदय रोगों और संक्रामक बीमारियों के विकसित होने का भी जोखिम अधिक हो सकता है। अध्ययन में पाया गया है कि डायबिटीज की अनियंत्रित स्थिति हृदय रोगों के लिए खतनाक है। वहीं यदि आपको डायबिटीज के साथ मोटापे की भी समस्या है तो ये खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है।
इम्युनिटी होती है कमजोर:-
ब्लड शुगर की बढ़ी हुई स्थिति आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी काफी हानिकारक है। वहीं यदि डायबिटीज के साथ आपका वजन भी अधिक है तो यह खतरा और भी बढ़ जाता है। मोटापे की स्थिति के चलते शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं, इससे डायबिटीज और इम्युनिटी सिस्टम दोनों पर दुष्प्रभाव का जोखिम रहता है।
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