LIFE STYLE: ऑफिस लाइफ में लंबे वक्त तक एक ही पोज में बैठने की वजह से कई लोगों में लोअर बैक यानी कमर के निचले हिस्से में दर्द देखने को मिलता है. वैसे तो ये दर्द आम होता है और लाइफस्टाइल में सुधार के बाद सही हो जाता है लेकिन अगर कमर दर्द लंबे समय तक बना रहे तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. कमर दर्द लगातार बना रहे तो यह कुछ हेल्थ प्रॉब्लम की तरफ इशारा करता है. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है.

सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर कमर के निचले हिस्से में दर्द की क्या वजह होती है. दरअसल जब गलत पोस्चर में बैठते हैं तो मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से दर्द रह सकता है या फिर कभी-कभी ये किसी चोट की वजह से भी हो सकता है. हालांकि अगर यह दर्द पुराना हो जाए तो आपको सेहत से जुड़ीं कई दिक्कतें हो सकती हैं.

कमर के निचले हिस्से में दर्द रहना किडनी स्टोन का है संकेत
कुछ लोगों में किडनी स्टोन में भी लोअर बैक में पेन देखा जाता है. पीठ के निचले भाग में बहुत तेज दर्द होना या रुक-रुक कर दर्द होना, इसके साथ ही यूरिन पास होने में दिक्कत, किडनी स्टोन यानी गुर्दे में पथरी का संकेत हो सकता है.

ऑस्टियोपोरोसिस की प्रॉब्लम
ये एक ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम है जब हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियों के फ्रैक्चर होने की आशंका काफी बढ़ जाती है. फिलहाल ये बीमारी ज्यादातर 50 की उम्र के बाद ही देखने को मिलती है. ऑस्टियोपोरोसिस के बढ़ने के साथ ही तेज दर्द की समस्या हो सकती है. इसलिए अगर कमर में दर्द से आराम न मिले तो डॉक्टर से मिलकर जांच करवानी चाहिए.

स्पाइनल स्टेनोसिस हो सकता है पीठ और कमर दर्द का कारण
जब किसी को स्पाइनल स्टेनोसिस होता है तो इस स्थिति में रीढ़ की नलिकाएं यानी कैनाल्स संकुचित होने लगती हैं इसी वजह से नर्व्स पर दबाव बढ़ जाता है. स्पाइनल स्टेनोसिस में गर्दन में दर्द से लेकर पीठ दर्द और हाथ-पैरों में कमजोरी हो सकती है.

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