लखनऊ। पति पर जानलेवा हमले के आरोपियों पर कार्यवाही के लिये बेबस पत्नी एक सप्ताह तक नगराम थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन पुरे मामले में लापरवाह बनी पुलिस ने बिना जांच किये ही शराब पीने के चलते गिरकर युवक के घायल होने का राग अलापती रही,जब कि होश में आये पति ने जमीन बिक्री का बकाया पैसा मगांने पर ईट से पिटाई करने के बाद हत्या के इरादे से चार लोगो पर गर्दन पर पैर रखकर मरोड़ने की बात अपनी पत्नी से बताई थी। आरोपियों पर कार्यवाही के लिये बेबस पत्नी गीता रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की चौखट पर पहुंची,आदेश भी कार्यवाही के हुये लेकिन उससे पहले घायल पति की सांसे थम गयी। मौत की खबर पुलिस को लगी तो आनन-फानन पीड़ित पत्नी से तहरीर लेकर चारो आरोपियों के विरूद्व गैर इरादन हत्या के प्रयास,एससी/एसटी एक्ट की धाराओ में मुकदमा दर्ज किया।लेकिन आरोपियो को गिरफ्तार करने में नाकाम रही। नगराम के अचंलीखेड़ा गांव निवासी गीता देवी ने बताया 11जुलाई की दोपहर पति परवेश(35वर्ष) अचंलीखेड़ा-करोरा मार्ग पर मरणासन्न हालत में घायल पड़े मिले थे।सूचना के बाद गांव के लोगो के साथ मौके पर पहुंचकर आनन-फानन में पति को इलाज के निजी अस्पताल लेकर गयी थी,घटना के पांच दिन बाद पति परवेश को होश आया तो उन्होने बताया वो अपनी जमीन की बिक्री का बकाया पैसा मगांने सुधीर सिहं उर्फ टईया निवासी अचलीखेड़ा से मंगाने गया था जहां पर मौजूद उसके पिता ओम प्रकाश, सर्वेश कुमार वर्मा,शेर खान के साथ मिलकर उसकी ईट से पिटाई के बाद गर्दन पर पैर रखकर मोड़ दिया था ओर बेहोश होने पर उसे मरा समझकर रास्ते पर फेककर फरार हो गये थे।
पति के आपबीती बताने के बाद पत्नी गीता ने 23जुलाई को नगराम थाने पहुंचकर पुलिस से पूरे मामले की लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की थी लेकिन लापरवाह बनी नगराम पुलिस बिना जांच किये ही अत्यधिक शराब पीने के चलते गिरकर घायल होने का राग अलापने लगी,जब कि पीड़ित पत्नी हाथ जोड़कर आरोपियों पर कार्यवाही की इंस्पेक्टर हेमंत कुमार राघव व हल्का दारोगा से मांग की थी।लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा नही दर्ज किया।डीसीपी विनीत जायसवाल ने बताया पीड़िता की तहरीर के आधार पर चार आरोपियों के विरूद्व नगराम पुलिस ने गैर इरादन हत्या समेत अन्य धाराओ में मुकदमा दर्ज किया है,पूर्व में पीड़ित द्वारा की गयी शिकायत में कार्यवाही क्यो नही की गयी जांच के निर्देश दियें गये है।मृतक के शव को पीएम के लिये भेजा गया है।
डिप्टी सीएम से लगायी थी कार्यवाही की गुहार……
पीड़िता गीता देवी ने बताया पति पर जानलेवा हमले के आरोपियों पर नगराम पुलिस के कार्यवाही ना करने पर उसने पुलिस अफसरो से मिलकर पति की पिटाई के आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की थी लेकिन पुलिस के रटे रटाये जबाब शराब पीने के चलते गिरकर घायल होने के चलते कार्यवाही नही हुयी,जिसके बाद रविवार को अपने भाई संग कालिदास मार्ग स्थित सीएम आवास शिकायत लेकर पहुंची जहां सीएम के ना मिलने पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से शिकायत की तो उन्होने नगराम पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दियें।घायल पति को साथ लेकर कार्यवाही के लिये नगराम थाने पहुंची तो वहा तहरीर देने के बाद पति की हालत अचानक से बिगड़ गया।मोहनलालगंज सीएचसी लेकर पहुंचने पर इमरजेंसी में मौजूद डाक्टर ने पति को मृत घोषित कर दिया।
2018 में आरोपियों ने लिखाई थी जमीन….
गीता देवी ने बताया पति प्रवेश को झांसे में लेकर आरोपी सुधीर सिहं उर्फ टईया ने डेढ बिस्वा जमीन सब रजिस्टार आफिस ले जाकर तीन लाख रूपये में लिखा ली थी ओर बदले में पति को कई चेक दे दिया था जो खाते में लगाने पर बाउंस हो गये थे।जिसके बाद से वो अपना पैसा जब भी सुधीर से मंगाते तो वो टाल मटोल कर देता ओर रजिंश रखने लगा था।
पति के शव से लिपटकर बिलख पड़ी पत्नी….
पति पर हमले के आरोपियों पर कार्यवाही के लिये अफसरो से लेकर डिप्टी सीएम की चौखट तक पहुंची,मुकदमा भी तब दर्ज हुआ जब घायल पति प्रवेश की सांसे थम गयी,सीएचसी में डाक्टर ने प्रवेश को मृत घोषित किया तो पत्नी गीता शव से लिपटकर बिलख पड़ी,बोली हम अब अकेले बच्चो को कैसे पालेगे,पुलिस की लापरवाही से मेरे पति की जान चली गयी।मौके पर मौजूद रिश्तेदारो ने उसे किसी तरह ढाढस बधांया।मृतक मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था।परिवार में पत्नी गीता व बेटी आराध्या,बेटा नवनीत,यैदी है।