लखनऊ : मृतक मजदूर परवेश का शव पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की शाम नगराम के अचलीखेड़ा गांव स्थित घर पहुंचा तो आक्रोशित परिजन व रिश्तेदार आरोपियों की गिरफ्तारी समेत हल्का दारोगा को तत्काल हटाये जाने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार किये जाने पर अड़ गयें। जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स के हाथ-पांव फूल गये। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर हेमंत कुमार राघव ने आक्रोशित परिजनो को समझा बुझाकर शांत कराने के साथ ही दो दिनो के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी समेत हल्का दारोगा को हटाये जाने के लिये उच्चाधिकारियों को रिपोट भेजे जाने का आश्वासन दिया तब जाकर परिजनो का आक्रोश शांत हुआ ओर वो मृतक मजदूर के शव को अंतिम संस्कार के लिये लेकर गयें। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में परिजनो ने मजदूर के शव का अन्तिम संस्कार किया।
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मजदूर परवेश के पोस्टमार्टम में डाक्टरो ने गर्दन, पीठ समेत शरीर के अन्य हिस्सो में चोटो की पुष्टि की है। ज्ञात हो नगराम के अचलीखेड़ा गांव में 11जुलाई को अपनी ही डेढ बिस्वा जमीन बिक्री का पैसा मगांने गये मजदूर परवेश की खरीददार सुधीर सिहं उर्फ टईया ने अपने पिता ओम प्रकाश, सर्वेश कुमार, शेरखान ने ईट से बुरी तरह पिटाई कर हत्या के इरादे से गर्दन पर पैर रखकर मरोड़ दिया था, मजदूर के मरणासन्न होने पर उसे सड़क किनारे फेककर आरोपी मौके से फरार हो गयें। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पत्नी गीता देवी पति को गम्भीर हालत में इलाज के लिये निजी अस्पताल ले गयी, जहां इलाज के बाद डाक्टर ने हालत गम्भीर देख जबाब दे दिया था। घटना के करीब पांच दिन बाद होश आने पर मजदूर ने पत्नी को आपबीती बताई, जिसके बाद 23जुलाई को नगराम पुलिस से लिखित शिकायत कर पत्नी गीता ने आरोपियों के विरूद्व कार्यवाही की मांग की तो पुलिस शराब पीने के चलते गिरने से मजदूर के घायल होने का राग अलापने लगी और कार्यवाही की बजाय प्रार्थना पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिसके बाद पीड़िता ने एसीपी व डीसीपी से गुहार लगायी लेकिन सुनवाई नही हुयी तो रविवार को पीड़िता ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर बने कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत कर आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की, वहा मौजूद अधिकारियों ने नगराम पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज कर आरोपियों पर कार्यवाही के निर्देश दियें थे,जिसके बाद घायल पति परवेश को साथ लेकर पत्नी गीता नगराम थाने पहुंची,जहां अचानक से पति की हालत बिगड़ी तो सीएचसी मोहनलालगंज लेकर आयी जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया,घायल मजदूर के मौत की खबर नगराम पुलिस को लगी तो उसके हाथ पांव फूल गये जिसके बाद पुलिस ने आनन-फानन पत्नी से तहरीर लेकर चार आरोपियों के विरूद्व गैर इरादन हत्या,एससी/एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओ में मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन मुकदमा दर्ज करने के 24घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही।
शव गांव पहुंचा तो पत्नी व बच्चे लिपटकर बिलख पड़े….
मृतक मजदूर परवेश का शव पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को अचलीखेड़ा गांव स्थित घर पहुंचा तो पत्नी गीता समेत बेटी आराध्या,बेटा नवनीत,यैदी शव से लिपटकर बिलख पड़े,परिवार का करूणा क्रदंन देख मौके पर मौजूद रिश्तेदारो व ग्रामीणो की आंखे एक पल के लिये नम हो गयी। परवेश मजदूरी कर मिलने वाले पैसो से परिवार के लिये बमुश्किल दो जून की रोटी जुटा पाता था। लेकिन अब मजदूर की मौत से परिवार के आगे दो जून की रोटी जुटाने का सकंट आ गया है।