लखनऊ। भदोही जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही के चलते अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल में प्रसूता के मासूम की मौत हो गई। बच्चें की मौत से परिवार सहित आस-पास के लोग ने आक्रोशित होकर जमकर बवाल काटा। परिजनों ने फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर कार्रवाही की मांग की। परिजनों ने भदोही- वाराणसी मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। मामला बढ़ने पर आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने दोनों फर्जी डॉक्टरों को अपने हिरासत में ले जांच कर रही है।
दरअसल, पूरा मामला चौरी थाना क्षेत्र के बाजार स्थित अवैध रूप से चल रहे पूजा चिकित्सालय और पूजा पॉली क्लिनिक का है। जहां बीते दिन में रोटहां निवासी गर्भवती निशा दुबे अपने पति सहित परिवार के साथ स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायत होने पर प्राथमिक उपचार के लिए गई थी। वहां मौजूद धीरज नामक व्यक्ति के साथ शाहीन खानम ने अपने को डॉक्टर बताकर प्रसूता को नार्मल डिलीवरी कराने की बात कही, जिस पर परिवार के लोगों ने समय मांगा। बावजूद इसके दोनों डॉक्टरों ने गर्भवती महिला निशा दुबे का छोटा ऑपरेशन कर दिया। लेकिन डिलीवरी के समय आवश्यक दवाओं और जरूरी सामान न होने के कारण बच्चे की मौत हो गई। महिला के परिजनों के मुताबिक अस्पताल में ऐसे लोगों के द्वारा इलाज किया गया जिनके पास कोई डिग्री ही नहीं थी।
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प्रसूता के नवजात बच्चे की मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों की तहरीर पर चौरी थाना में प्रसूता का इलाज करने वाले धीरज और शाहीन खानम नाम की महिला पर 304, 15(3) मेडिकल काउंसिल सबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और सम्बंधित मामले में सभी पर विधिक कार्रवाई की जा रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पिछले साल ही इस अवैध अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था। सीएमओ ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है और अस्पताल से पकड़े गए धीरज और शाहीन खानम नाम वहां की संचालिका है। ये दोनों डॉक्टर नहीं हैं और जिन सही डॉक्टरों के नाम पर पूर्व में लाइसेंस जारी किया गया था। उनको भी अब नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।https://gknewslive.com