उज्जैन: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज श्री महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए पहुंचेगें। भगवान महाकाल के दर्शन पूजन के बाद वे नाथ सम्प्रदाय के प्रमुख स्थान श्री भर्तृहरि गुफा भी जाएंगे। यहां पर गुरू गोरखनाथ के दर्शन पूजन करने का कार्यक्रम है। उनके आने के पहले ही सुरक्षा एजेंसी के सदस्यों ने श्री महाकालेश्वर मंदिर और भर्तृहरि गुफा पहुंचकर तैयारी शुरू कर दी है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार उज्जैन आकर बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। योगी आदित्यनाथ अखिल भारतीय भेष बारह पंथ नाथ संप्रदाय के अध्यक्ष भी है। भर्तृहरि गुफा के पीर महंत रामनाथ महाराज ने बताया कि योगी आदित्यनाथ हेलिकाप्टर से उज्जैन पहुंचकर सबसे पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर जाकर भगवान महाकाल का पूजन करेंगे। इसके बाद भर्तृहरि गुफा आएंगे। यहां पर परंपरा अनुसार 101 बटुकों के मंत्रोच्चार के बीच रुद्राक्ष एवं मोतियों की मालाएं से स्वागत किया जाएगा तथा पीतल का त्रिशूल भेंट किया जाएगा।
वे यहां गुरू गोरक्षनाथ, राजा भर्तृहरि और गोपीचंद महाराज की तपस्या स्थली के दर्शन करेंगे। साथ गोशाला जाकर गाय माता की सेवा करेगें। रामनाथ महाराज ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के उज्जैन आगमन की सूचना नाथ संप्रदाय के मुख्यालय गोरखपुर से स्थानीय मठ भर्तृहरि गुफा में प्राप्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी को जेड प्लस सुरक्षा होने से मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व सुरक्षा एजेंसियां भी यहां पहुंच गई है।
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गाय के दूध, घी से करेंगे अभिषेक-
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गर्भगृह में जाकर भगवान महाकालेश्वर का पंचामृत पूजन करेंगे। इसके लिए भर्तृहरि गुफा की गौशाला से गिर नस्ल की गाय का दूध, घी महाकाल मंदिर पहुंचाया जाएगा। इससे भगवान के लिए पंचामृत तैयार किया जाएगा। वहीं विभिन्न प्रकार के फलों के रस से भी अभिषेक करेंगे। भर्तृहरि गुफा में गिर नस्ल की गाय बड़ी संख्या में है।
सिंहस्थ 2016 में आए थे योगी-
महंत रामनाथ महाराज ने बताया कि योगी आदित्यनाथ 2016 के सिहंस्थ के दौरान उज्जैन आए थे। यहां आकर वे भर्तृहरि गुफा में रूके थे। उत्तरप्रदेश की यात्रा के दौरान महंत रामनाथ महाराज ने उन्हें उज्जैन आने का न्योता दिया था। इसके अंतर्गत ही वे उज्जैन आ रहे हैं। जब वे सिंहस्थ 2016 में भर्तृहरि गुफा आए थे तब वे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री नही थे।