नई दिल्ली: इस साल के नवंबर महीने में देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है. पांच राज्यों में चार चरणों में चुनाव संपन्न होंगे. चुनाव 7 नवंबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक होंगे. चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पाँचों राज्यों के लिए चुनाव की घोषणा की थी. चुनाव जीतने के लिए सभी दल पिछले कई दिनों से अपने- अपने उम्मीदवारों को टिकट देने का काम कर रहे है. वहीँ राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के बीच जोरदारी की टक्कर है.
सीएम और पूर्व सीएम लड़ेंगे चुनाव
भाजपा ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़ा खेल किया है. बता दें कि भाजपा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह तो छत्तीगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को भी चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि इंदौर-1 से कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार बनाकर संशय पैदा कर दिया है. अब सवाल यह उठता है कि कहीं भाजपा शिवराज की जगह किसी दूसरे नेता को सीएम का चेहरा तो नहीं बनाना चाहती.
इसी बीच भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को बुधनी से टिकट दिया है जबकि छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राजनांदगांव से उम्मीदवार के रूप में चुना है। इस सीट पर वो 2008 से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
अभी तक वसुंधरा को टिकट नहीं…
हालाँकि, राजस्थान में भाजपा चुनावी रणनीति है क्यूंकि वहां पर पंचवर्षीय योजना चली आ रही है. जिसके चलते भाजपा ने अभी तक वहां वसुंधरा राजे को टिकट नहीं दिया है. और पार्टी ने झालरपाटन से अभी तक किसी को उम्मीदवार भी नहीं बनाया है जो कि सीएम राजे की परंपरागत सीट है.
इतना ही नहीं, भाजपा ने तीनों राज्यों के लिए अभी तक सीएम उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. वहीँ एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा था कि कमल आपका निशान है और कमल ही आपका उम्मीदवार इसलिए आप सभी लोग कमल का बटन दबाएं और उसे भारी मतों से विजय बनायें.
भाजपा ने सांसदों पर खेला दांव…
बता दें कि, भाजपा ने इस बार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान फतह करने के लिए पार्टी के कई सांसदों को मैदान में उतारा है.तीनों राज्यों में होने वाले चुनाव में अब सांसदों की संख्या करीब डेढ़ दर्जन हो गयी.