लखनऊ। सरकार की तमाम प्रयासों के बाद उत्तर प्रदेश में ज़हरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताज़ा मामला संगम नगरी प्रयागराज का है, जहां अवैध रूप से बेची गई शराब पीने के बाद नौ लोगों की मौत हो गई। शराब पीने वाले कई लोगों की तबीयत बिगड़ी हुई है और इलाज के लिए उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हालांकि सरकारी अमला इस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटा हुआ है और यह दावा कर रहा है कि मौतें शराब पीने के बजाय बीमारी की वजह से हुई हैं।
उधर जिलाधिकारी द्वारा टीम गठित करने के बाद एक्शन में आई पुलिस ने शराब तस्कर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी विनोद को उसके तीन साथियों के साथ पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार किया है। हंडिया थाने में विमलेश, विनोद भारतीय, संजय और दिलीप पटेल के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। मामले से जुड़े कई आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ़्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। नामजद अभियुक्तों के खिलाफ मिलावटी शराब बेचने का आरोप है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के कब्जे से शराब भी बरामद हुई है।
परिजनों ने बताया जहरीली शराब से मौत की बात…
हालांकि सरकारी अमला इस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटा हुआ है और यह दावा कर रहा है कि मौतें शराब पीने के बजाय बीमारी की वजह से हुई हैं। दूसरी तरफ पीड़ित परिवारों का साफ़ कहना है। कि उन्होंने अपने परिवार के जिस सदस्य को खोया है। उनकी तबीयत कतई खराब नहीं थी। वह अच्छे भले थे। उनकी हालत शराब पीने के बाद ही बिगड़ी थी। सरकारी अमले के दबाव में इनमें से कई लोगों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही कर दिया गया था। जबकि तीन लोगों का पोस्टमार्टम मंगलवार को कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।