INDIA ALLAINCE: इंडिया अलायंस की दिल्ली में अब तक 4 मीटिंग हो चुकी है। लेकिन अभी तक गठबंधन में सीट शेयरिंग की बात साफ़ नहीं हो पाई है । 19 दिसम्बर को दिल्ली में हुई बैठक में एक तरफ जहां अखिलेश के नेतृत्व में ही यूपी में चुनाव लड़ने का भ्रम ख़त्म हुआ है, तो अब अलायंस के सहयोगी दल JDU के सांसद सुनील कुमार पिंटू बैठक के बाद कुछ खफा-खफा से नजर आ रहें हैं। बैठक के बाद सुनील कुमार पिंटू ने एक इंटरव्यू दिया है। जिसमे उन्होंने कहा कि, कांग्रेस को मीटिंग्स के लिए चाय के साथ समोसे तक के पैसे नहीं है। इस बार तो चाय बिस्किट से ही काम चलाना पड़ा। इस बात से साफ़ जाहिर होता है कि,गठबंधन को लेकर कांग्रेस का अड़ियल रवैया है। कांग्रेस सीरियस नहीं है। ना कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और ना उनके PM वेटिंग राहुल गांधी सीरियस हैं।
19 दिसम्बर को हुई बैठक में कई बड़े तमाम नेता शामिल हुयें। जिसमे से एक राहुल गाँधी ,प्रियंका गाँधी , ममता बनर्जी ,अखिलेश यादव ,नीतीश कुमार ,लालू प्रसाद यादव और कोंग्रस अध्यक्ष मिल्लिकर्जुन समेत कई बड़े तमाम नेता मौजूद थें। बैठक के बाद कांग्रेस ने इस मीटिंग को सफल बताया तो वही, JDU के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बताया की इस मीटिंग में किसी भी विशेष मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। प्रधानमंत्री के पद के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार आगे हैं लेकिन वो खुद प्रधानमंत्री पद के लिए बार-बार मना कर रहें हैं। हालाँकि बिहार की भी जनता नीतीश को ही PM पद के लिए देखना चाहती है। वही इस बैठक में ममता बनर्जी ने PM पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम लिया तो खड़गे, राहुल गाँधी की तरफ इशारा कियें। जिससे ये ये पता चलता है की कोंग्रस के नेता गठबंधन को लेकर सीरियस नहीं हैं। ना ही मिल्लिकर्जुन खड़गे ना तो उनके PM वोटिंग राहुल गाँधी सीरियस हैं। आगे बड़ते हुए JDU सांसद ने कहा की पहले इंडिया गठबंधन की बैठक चाय और समोसे तक सीमित थी, लेकिन इस बार चाय बिस्किट पर इसलिए आ गई, क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व ने हाल ही में कहा था कि उनके पास फंड नहीं है।138 साल पुरानी पार्टी पब्लिक से 138, 1380 और 13,800 रुपए चंदा मांग रही है। अभी डोनेशन आया नहीं था इसलिए इस इंडिया गठबंधन की बैठक में चाय और बिस्किट पर ही मामला रह गया, समोसा नहीं आ पाया।