Pulwama Attack: 14 फरवरी 2019 का वो दिन जब पूरे देश की आँखों में आंसू थें और यह दिन हमारे देश के लिए एक काला दिवस साबित हुआ, क्योंकि इस दिन हमारे देश के 44 जवान शहीद हो गए थे। दरअसल, 14 फरवरी 2019 को भारतीय जवानों का काफिला जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोरा में गोरीपोरा के पास से गुजर रहा था तभी पकिस्तान के एक आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्पोटक सेभरी कार को 44 जवानों से भरी बस से भिड़ा दिया उस भिड़ंत के बाद इतना भारी विस्पोट हुआ कि, उसका असर कई किलोमीटर के दायरे तक देखने को मिला। विस्पोट इतना भयंकर था कि, बस के परखच्चे उड़ गयें। और हमने अपने 44 जवानों को खो दिया। इस खबर से हर किसी का सीना दर्द की पीड़ा से छलनी हो गया हो गया। मानो धरती माँ भी अपने शहीद जवानों के लिए रो रही हों । सवा करोड़ जनसंख्या वाले देश में चारो तरफ सन्नाटा छाया हुआ था हर किसी के मन में भारी पीड़ा के साथ-साथ बदले की भावना
उमड़ रही थी। तभी, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश को सम्बोधित करते हुए कहा था कि, मैं अपने दिल में वही आग महसूस करता हूं, जो आपके अंदर भड़क रही है। सभी के आंसुओं का बदला लिया जाएगा !
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एयरस्ट्राइक करके भारत ने लिया बदला
पुलवामा हमले के बाद हमारे एयरफोर्स के सैनिकों ने 12 दिन के अंदर पाकिस्तान के आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। 25 फरवरी 2019 की देर रात के बाद मिराज-2000 विमानों ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी और 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना के विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकियों के कैम्प व ठिकानों को निशाना बनाया था।इस हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद संगठन काफी हद तबाह हो गया था। भारत की तरफ से किए गए इस हमले में करीब 300 आतंकी मारे गए थे। इस हमले को बालाकोट स्ट्राइक का नाम दिया गया।