West Bengal: पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दिन हिंसा होना अब कोई हैरान कर देने वाली बात नहीं है, पिछले कई सालों से यह सिलसिला लगातार चलता चला आ रहा है कि जब रामनवमी के दिन भगवान राम की शोभायात्रा निकलती है तो देश के अलग अलग हिस्सों में शोभायात्रा पर पथराव किया जाता है और बंगाल में भी हिंसा जरुर होती है. कल भी बंगाल में ऐसा ही हिंसा की घटना देखने को मिली, जब बंगाल के मुर्शीदाबाद में बुधवार 17 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क गयी जिसमे कई लोग घायल हो गए. मुर्शीदाबाद के शक्तिपुर इलाके में घटी इस घटना में शोभायात्रा पर कथित रूप से पथराव किया गया जिसमे लगभग 20 लोग घायल हो गए और शक्तिपुर में ही शाम को शोभायात्रा के दौरान के विस्फोट हुआ जिसमे एक महिला घायल हो गई.

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रामनवमी में घटी इस हिंसा में भाजपा ने ममता सरकार को घेरते हुए कहा कि, ममता सरकार इस बार भी रामनवमी की शोभायात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से कराने में असफल रही. पिछले साल भी पुलिस की सुरक्षा में चूक के चलते दलखोला, रिशरा और सेरामपुर में शोभायात्रा पर पथराव किया गया. इस साल भी प्रशासन से पूरी अनुमति के बावजूद निकाली जा रही रामनवमी की शांतिपूर्ण शोभायात्रा पर शक्तिपुर में उपद्रवियों द्वारा हमला किया गया है. बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने शोभायात्रा पर पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, “शांतिपूर्ण रामनवमी शोभायात्रा के लिए प्रशासन से इजाजत ली गई थी, लेकिन मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर और बेलडांगा-II ब्लॉक में उपद्रवियों ने हमला किया.” अधिकारी ने कहा, “हैरानी वाली बात ये है कि इस बार ममता पुलिस इस भयानक हमले में उपद्रवियों के साथ खड़ी दिखाई दी और राम भक्तों पर आंसू गैस के गोले दागे गए. ऐसा इसलिए किया गया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि शोभायात्रा तुरंत खत्म हो जाए.”

 

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