Dharm-karm: हर साल चारधाम की यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है. लोग बड़ी ही दूर-दूर से चारधाम यात्रा के लिए आते हैं. हिंदू धर्म में इस यात्रा का बड़ा ही महत्त्व है. कहा जाता है कि, हिन्दू धर्म में दो प्रकार की चारधाम यात्रा की जाती है जिसमें पहली बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा और दूसरा बद्रीनाथ, जगन्नाथ, रामेश्वरम और द्वारका धाम की यात्रा शामिल है. यह सभी पवित्र धाम देश के विभिन हिस्सों में मौजूद हैं, जिसके कारण इसे बड़ा चार धाम यात्रा भी कहा जाता है. बता दें कि, इस बार शुरुआती समय में ही दर्शन करने वाले लाखों तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. बताया जा रहा है कि, यात्रा शुरू होने के पांच दिनों में बीते वर्ष की तुलना में तीर्थयात्रियों की संख्या 1.15 लाख से अधिक हो गयी है.
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जानकारी के मुताबिक, चारधाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंगलवार को सचिवालय पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार से मुलाकात की और स्वस्थ्य विभाग की तरफ से यात्रियों को स्वास्थ्य जांच से लेकर तमाम सुविधाओं को प्रदान करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि, गत वर्ष यात्रा काल में 55 वर्ष से अधिक के लगभग साढ़े सात लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई थी. इस बार भी यात्रियों की बढ़ती संख्या एक चुनौती के रूप में दिखाई दे रही है. इसके साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि, इस बार यह लक्ष्य बनाया गया है कि 50 वर्ष से अधिक के लोगों की ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य जांच की जाए. वहीं यात्रियों के लिए यात्रा मार्ग पर 184 चिकित्सकों की तैनाती की गई है. बताया गया है कि, यात्रियों के लिए सभी प्रकार के पुख्ता इंतज़ाम किये गए हैं.