धर्म कर्म: पूरे समर्थ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि मांस, मछली, अंडा खाने से भंयकर रोग पैदा हो जाते हैं। कोरोना का नाम आज भी अगर ले लो तो लोग कांपने लगते हैं। पहले हैजा, तपेदिक, डेंगू हुआ अब कोरोना से लोग घबराने लग गए। तो कोरोना रोग क्यों आते हैं? जैसे डॉक्टर कहते हैं जहरीले मच्छर ने काटा तब बुखार तेज हो गया। इसी तरह से बताया कि मांस खाने से जहरीले जानवरों के मांस खाने से कोरोना रोग हो गया। कोरोना इसी से फैला।

कोई पूछता है किसके तेल में बना है

जो ये पक्षी जानवर खाते हैं, उनको (क्या मांस खाने वाले को) पता है कि यह (जानवर) रोगी है, या स्वस्थ है या इसके पेट में कैंसर या घाव है, इसमें क्या है? वह तो जानवर को मारने वाले पकड़ करके, मार-काट के घी तेल में तल देते हैं, गरम मसाला, मिर्च आदि खुशबु की चीजें डाल कर स्वादिष्ट बना देते है कि मालूम न पड़े। कोई होटल में खाने जाता है तो पूछता है कि यह भैंसा बकरा कुत्ता बिल्ली का मांस है या किस चीज का है? कोई पूछता है? कोई नहीं, बस मीट मांस ले आओ। यही मांग करते हैं, यही खाते हैं। तो यह रोग को बढ़ाता है। इस चीज को याद रखना है कि शाकाहारी रहना है। मांसाहारी कोई चीज भी पेट में जाएगा तो रोग बढ़ेगा। कहते हैं लोग कि हम खानदानी शाकाहारी है लेकिन रोग से ग्रसित है। क्यों? क्योंकि खाने-पीने पर, जबान को, मन को रोक नहीं पाए। खट्टा मीठा नमकीन आदि जो भी चीज भा गई, खाने लगे। कोई पूछता है कि किसके तेल में यह बना है? यह गाय के, भैंस के, किसके चर्बी के तेल में बना हुआ है? कोई पूछता है? कुछ नहीं। बस मिर्च-मसाला, खुशबू वाली सब्जी, खुशबू ही चाहिए। तमाम चाट-चपाटे, लाइन लगी हुई है। दूध-दही की दुकान पर इतनी भीड़ नहीं जितनी चाट-चपाट की दुकान पर है। एक से एक चीजें निकाल देते हैं। बस खाते-दबाते चले गए तो उसका असर आएगा कि नहीं आएगा? साधक को तो बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। साधक को तो किसी के भी यहां खाओ-पियो तो उसको अपने भजन में से देना पड़ता है। कर्मों का इतना जटिल विधान बना हुआ है। और जो चीज खाते हैं, उसका तुरंत असर आता है। तुरंत उसको अपने भजन के प्रताप से पाप कष्ट को दूर करना पड़ता है, कर्म को काटना पड़ता है। वह तो जब बताई गयी साधना करोगे तब पता चलेगा। मोटी बात याद रखना है- शाकाहारी, नशामुक्त रहना है।

50% अपराध तुरंत बंद करने का तरीका

अपराध, नशे की वजह से बढ़ रहे हैं। मैंने लोगों से प्रार्थना किया है कि जो इस पर अंकुश लगा सकते हैं, बंद कर सकते हैं। वह कितना सुनते, अमल करते हैं यह तो उनकी परिस्थिति वह जाने। लेकिन अपराध इसी वजह से बढ़ रहा है। इसी वजह से लोगों के चरित्र खराब हो रहे हैं। इसी वजह से ठगी बेईमानी बढ रही है। पकड़े जाते हैं अपराधी तो कहते हैं शराब के लिए, ऐश के लिए पैसा नहीं था इसलिए ऐसा काम किया। तो शराब और मांस अपराध की जननी है। अपराध की शुरुआत यहीं से होती है। यह दो चीज अगर देश-विदेश में बंद कर दी जाए तो 50% अपराध इसी से बंद हो जाएगा।

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