धर्म-कर्म : बाबा जयगुरुदेव जी के 12वें वार्षिक भंडारा कार्यक्रम में उज्जैन स्थित आश्रम में आये लाखों भक्तों के समुन्द्र को दिए संदेश में बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, समय के पूरे समर्थ सतगुरु बाबा उमाकान्त जी महाराज ने बताया कि, लोकतंत्र में जनता राजा होती है। जो मेहनत- ईमानदारी की कमाई करते हो, यह अनाप-शनाप, बेकार का खर्च हो रहा है क्योंकि व्यवस्था सही नहीं है। अगर देश में शराब की बंदी हो जाए तो बहुत से अपराध, दुर्घटनाएं नहीं होंगी, बहुत से लोगों की जान बच जाएगी और यह जो विभाग मद्यपान चल रहा है, इतना पैसा खर्च हो रहा है, वह बच जाएगा।

सरकार कोई भी आवे उसका सहयोग सम्मान करना है:- 

गऊ के, जानवरों के मांस को बेचने से कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता। लेकिन आप कानून बनाना नहीं कर सकते हो, आप वैचारिक क्रांति के द्वारा परिवर्तन लाओ। लोगों को बताओ, समझाओ। सरकार को गिराना, हटाना नहीं है। सरकार कोई भी आवे, उसका सहयोग सम्मान आपको करना है। उनको काम करने देना है। उनका काम देखना है। बाद में जब देख लो की विफल हो रहे हैं तब अभी जो बटन दबा कर आये हो, उसके बगल में और भी बटन रहते हैं, उसमें से कोई दबा देना, जिसको उचित समझो कि यह कर ले जाएगा।

शाकाहारी नशा मुक्त हो जाओगे तो भवसागर से पार हो जाओगे:- 

प्रेमियो! प्रचार करो, लोगों को शाकाहारी, नशा मुक्त बनाओ। जब बहुत लोग, बहुत बड़ा समाज तैयार हो जाएगा तब लोग समझेंगे की जब जनता लाख करोड़ आदमी इस चीज को चाहते हैं तो उनको भी सोचना पड़ेगा। हमारी प्रार्थना है कि जो राम के नाम पर चुनाव की वैतरणी पार हो रहे हैं, ऐसे शब्द नाम वैतरणी पकड़ने के लिए, हमेशा के लिए सुखी सम्पन्न होने, व्यवस्था को सही ढंग से सतयुग जैसा चलाने के लिए, वह शाकाहारी, नशा मुक्त चरित्रवान हो जाएं, और जब शब्द रूपी नाम को पकड़ लेंगे तो भवसागर से भी पार हो जाएंगे। चरित्र शोभा होता है, प्रतिभा, यश बढ़ाता है। अब यह शिकायत भविष्य में न आवे की इनके-उनके साथ पकड़े गए, रेप का केस चला। इन लोगों को संकल्प बनाने के लिए मैं प्रार्थना करता हूं। जो सेवा का अवसर आपके इष्ट ने आपको दिया, दोबारा मिले न मिले। इसलिए अवसर का लाभ उठाओ। जो भी आप संकल्प बनाओ संविधान के हिसाब से पूरा करो, संविधान की लक्ष्मण रेखा से अलग मत जाओ, ये प्रार्थना है।

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