Ayodhya Rape Case: अयोध्या से गैंगरेप का एक बड़ा मामला सामने आया। जहां एक 12 साल की मासूम के साथ कुछ दरिंदों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। हालत नाजुक होने पर दुष्कर्म पीड़िता को अब अयोध्या से लखनऊ मेंडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है। ताकि उसका इलाज सही ढंग से हो सके। बता दें जिस एंबुलेंस से पीड़िता को भेजा गया है। उस एंबुलेंस में उसके परिजनों के साथ सीएमओ डॉ. संजय जैन भी मौजूद हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, गैंगरेप की ये घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। जहां एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर उसके साथ रेप किया। इससे भी मन न भरा तो आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया। फिर क्या ये आरोपी लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके इस घिनौनी हरकत का खेल मासूम की जिंदगी के साथ खेलते रहे। हालांकि, इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई। जहां ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट ही रही थी कि तभी रास्ते में उसे राजू नाम के एक शख्स ने अपनी बातों में फंसाकर उसे सपा नेता बेकरी मालिक मोईद खान के पास ले गया। जहां उन्होंने नाबालिग के साथ मिलकर इस गंदे काम को अंजाम दिया। जिसकी भनक लगते ही पीड़ित परिजनों द्वारा पुलिस से शिकायत करने के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़ित मां ने सीएम योगी से लगाई न्याय की गुहार
लेकिन, जब हिंदु संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार कर लिया। फिर क्या आरोपी सपा नेता मोईद खान के समर्थकों का पीड़ित परिजनों को आयेदिन सुलह-समझौता की धमकी मिलने लगी। आरोपियों की तरफ से आयेदिन की मिल रही धमकियों से तंग आकर पीड़िता की मां ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान पीड़ित मां ने यूपी के सीएम से न्याय की गुहार लगाई। जिस पर सीएम योगी ने आरोपी सपा नेता मोईद खान समेत अन्य आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया औऱ इस मामले में कार्रवाई न करने वाले थाना प्रभारी संग चौकी प्रभारी पर एक्शन लेते हुए आरोपी के संपत्ति पर बुलडोजर चलाने का आदेश भी दे दिया। अब देखना ये होगा कि दुष्कर्म की ये लड़ाई राजनीतिक होने के नाते क्या एक पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाएगी या फिर सीएम योगी का ये आदेश सपा औऱ भाजपा ही करता रह जाएगा।