लखनऊ: आज संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में देश का 78 वां स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राधा कृष्ण धीमन ने परंपरागत रूप से ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान के पश्चात उपस्थित संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि यह देश की आजादी का जश्न मनाने, इसे हासिल करने के लिए किए गए बलिदानों को याद करने और आजादी के बाद से भारत की प्रगति को प्रतिबिंबित करने का दिन है। यह लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पुष्ट करने का भी दिन है। भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस 2024 की आधिकारिक थीम है “विकसित भारत” । यह सन् 2047 तक भारत को “विकसित राष्ट्र” में बदलने की सरकार की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है, जब राष्ट्र स्वतंत्रता की सौवी वर्षगांठ मनायेगा।
निदेशक महोदय ने पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया, जिसमें रोगी सेवा, शोध और शिक्षण तीनों स्तंभो के अतिरिक्त एक बहुत महत्वपूर्ण चौथे स्तम्भ आउटरीच प्रोग्राम का भी उल्लेख किया। उन्होने कहा कि संजय गांधी पीजीआई की उत्कृष्ट सुविधाओं का लाभ राज्य के 80 जिलों को भी मिलना चाहिए और यह आउटरीच कार्यक्रम के द्वारा ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी उपलब्धि मेडिकल, पैरामेडिकल व अन्य कैडर में नई भर्तियों के लिए नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू करने का कार्य था, जो सफलता पूर्ण किया जा रहा है। संस्थान मे 91 फैकेल्टी पदो पर भर्तिया हुई हैं। इस समय 361 से अधिक फैकल्टी कार्य कर रहे हैं। नॉन फैकल्टी पदों पर 1798 पदों का विज्ञापन दिया गया था, जिसमें से 1532 पदो पर नियुक्तिया हो चुकी हैं।
उन्होंने एडवांस डायबिटिक सेंटर व एडवांस पीडियाटिक सेंटर का भी उल्लेख किया। हब और स्पोक मॉडल पर आधारित टेली आई सी यू के विषय में भी उन्होंने कहा कि पीजीआई और उत्तर प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजो के बीच टेली ICU भी एक बड़ी उपलब्धि है, जिसके द्वारा गंभीर रूप से बीमार रोगियो को उनके शहर मे ही उपचार दिया जा सकेगा। उन्होंने सलोनी हार्ट फाउंडेशन के विषय मे भी जानकारी दी, जिसके आने से congenital heart disease से ग्रस्त बच्चो को पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी में उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सकेगी। उन्होने बताया कि पी जी आई मे बड़ी तादाद मे आने वाले रोगियो और उनके परिचारको के ठहरने के लिये 1000 बिस्तरो का रैन बसेरा भी निर्माण की प्रक्रिया मे है।
उन्होंने संस्थान परिवार के सभी सदस्यो से निवेदन किया कि वे नवाचार को बढ़ाते हुए रोगी सेवा में तकनीक के सर्वोत्तम इस्तेमाल के लिये सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (इनिक्यूबेशन सेंटर) के उद्देश्य को पूरा करने में सहयोग करें। निर्देशक महोदय ने रोबोटिक सर्जरी को बढ़ाने के लिए दो और रोबोट लाने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि बहुत शीघ्र ही गामा नाइफ भी संस्थान को प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने संस्थान मे अनेक नये प्रोजेक्ट को पूर्ण करने के लिए संस्थान परिवार के टीम वर्क की प्रशंसा की । इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। स्टाफ द्वारा देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए गए। स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य मे आयोजित निबंध व स्लोगन प्रतियोगिता के विजेताओ को पुरस्कृत किया गया।, संस्थान के 25 कर्मठ सदस्यों को उनके उत्कृष्ट व उत्तम कार्य निष्पादन के लिए निदेशक द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के डीन प्रो शालीन कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो संजय धिराज , चिकित्सा अधीक्षक प्रो वी के पालीवाल, संस्थान के संयुक्त निदेशक (प्रशासन ) प्रोफेसर रजनीश कुमार सिंह, एक्जक्यूटिव रजिस्ट्रार कर्नल वरुण बाजपेई, अन्य संकाय सदस्य व वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।