लखनऊ: कल “निषाद पार्टी” के 09वें स्थापना दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर निषाद पार्टी- राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद ने पार्टी की आगामी रणनीतियों पर चर्चा की, उन्होने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के समर्थन में प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सभी सीटों पर एनडीए की जीत दर्ज कराने का आह्वान किया। श्री निषाद ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहां कि विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान कटेहरी और मझवां सीट पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ा था और आगामी उपचुनाव भी निषाद पार्टी दोनों सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी।
श्री निषाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी की घोषणा करने का ऐलान भी किया। श्री निषाद ने कहां की आज शाम तक राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा हो जाएगी और जिला कार्यकारिणी की घोषणा 17 अगस्त 2024 तक जारी कर दी जाएगी। उन्होने नई कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहां कि आप सभी निषाद पार्टी को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।
श्री निषाद ने मझवार आऱक्षण के मुद्दे पर कहां कि निषाद पार्टी की स्थापना के 09 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और निषाद पार्टी का गठन मझवार आरक्षण के मुद्दे समेत मछुआ समाज के अन्य मुद्दों को लेकर हुआ था और आज भी निषाद पार्टी अपने मुद्दे पर अडिग है। आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र व राज्य सरकार से लगातार वार्ता जारी है, आजतक मेरी भाजपा शीर्ष नेत्तृव से हुए हर मुलाकात में आरक्षण के मुद्दे पर वार्ता जरूर हुई है। निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और रिपोर्ट को केंद्र व राज्य सरकार के समक्ष रखेगी।
निषाद पार्टी को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार किया जा रह दुष्प्रचार
मुझे कभी मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से पता चलता है कि निषाद पार्टी को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार दुष्प्रचार और भ्रम कि स्थिति बनाई जा रही है। कुछ नए-नए नेता समाजवादी पार्टी से सांसद बने हैं जिनकों जनता लगातार ना जाने कितने विधानसभा-लोकसभा चुनाव हरवाएं है, जिनकों निषाद समाज ने नाकार दिया था वो आज निषाद पार्टी और मुझे लेकर राय दे रहे हैं। मैं उनसे पुछना चाहतां हू अयोध्या में अभी निषाद समाज की बेटी के साथ उनकी पार्टी के नेता ने दुष्कर्म किया था, उस समय लोकसभा और उत्तरप्रदेश की विधानसभा दोनों चल रही थी, मैं तो सोच रहा था कि लोकसभा में समाजवादी पार्टी के दोनों निषाद सांसद हमारे समाज की बेटी को लेकर आवाज उठाएंगें, लेकिन नहीं उठाएं वो तो विपक्ष में हैं और विपक्ष का तो काम है सरकार और कानून व्यव्स्था को लेकर सवाल उठाना किंतु समाजवादी पार्टी के दोनों सांसदों के मूंह से एक शब्द नहीं निकला, और वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश की विधानसभा और विधानपरिषद में आपके बेटे ने सरकार को बताया कि समाजवादी पार्टी के नेताओं द्वारा मेरे समाज की बेटी के साथ दुराचार किया गया है, इनकों कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएं।। मैं तो कभी कभी ये सोचकर परेशान हो जाता हूं की ऐसी भी क्या मजबूरी रही होगी दोनों नेताओं कि उन्होने एक शब्द नहीं बोला, अब .ये आपको तय करना है कि निषाद समाज को मजबूर नेता देना है या मजबूत नेता देना है। खैर मैं तो दोनों सासंदों के लिए महाराजा गुह्यराज निषाद जी से सदबुद्धि देने की कामना करूंगा। क्योंकि समाज से ऊपर कुछ नहीं होता है। तय आपको करना है ऐसे धोखेबाजों को गांव से भगाना है कि नहीं।