धर्म-कर्म: बहुत समय तक नर्क व चौरासी में तकलीफ पाने के बाद यह देव दुर्लभ शरीर हमको-आपको मिला है। इसमें भगवान का दर्शन जब मिल जाता है तब हर तरह की तकलीफ दूर होकर सुख-शान्ति के साथ इन्सान जीता है और जब समय पूरा हो जाता है तब प्रभु की गोदी में जाकर बैठ जाता है। शरीर के अच्छा खाने, पहनने, घर में रहने के इंतजाम व सुख-सुविधा जैसे बन्धन में तो इन्सान बंधा ही हुआ है साथ ही साथ पांच तत्व और तीन गुण की गांठ यानी आठ बन्धन में जीवात्मा बंध गई। बंदी छोड़ समर्थ गुरु से रास्ता न मिलने के कारण जीव निकल नहीं पा रहा। गांठ कैसे खुलेगी? जन्माष्टमी कैसे होगी? जीवात्मा परमात्मा क्या है? मनुष्य शरीर में भगवान का दर्शन कैसे होगा? इन्हीं सब बहुत सी लौकिक-पारलौकिक बातों को बताने के लिए बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन आश्रम से पधार रहे हैं।

विदित हो कि यह वही बाबा उमाकान्त जी महाराज है, जिनके दर्शन करने, सतसंग सुनने, अपनी बात कह देने तथा उनके बताए रास्ते पर चलने से बहुत लोगों को हर तरह की तकलीफों में लाभ मिल जाता है। आप भी आजमाइश करके देख सकते हैं। कार्यक्रम किसी विशेष जाति-धर्म राजनीतिक पार्टी का नहीं है। अतः आप सभी लोग पधारकर लाभ उठा सकते हैं। ध्यान, भजन, सतसंग व नामदान 25 अगस्त 2024 शाम 5 बजे से व 26 अगस्त 2024 सुबह 10 बजे से। बाबा जी के मुख्य आश्रम का पता- बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, जयगुरुदेव नगर, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड, उज्जैन (म.प्र.)। वेबसाइट व यूट्यूब चैनल- जयगुरुदेवयूकेएम, 9575600700, 9754700200. सतसंग स्थल: बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम, जयगुरुदेव नगर, निकट- कसौला चौक, बावल, जिला- रेवाड़ी, हरियाणा संपर्क-8901092023. विश्व बने धर्मात्मा, पापों का हो खात्मा। हाथ जोड़कर विनय हमारी, तजो नशा बनो शाकाहारी।

बाबा उमाकान्त जी महाराज के जीव हितकारी वचन

जैसे मां के पेट में कैद बच्चा निकल नहीं सकता, ऐसे ही तन-धन परिवार के मोह में कैद इंसान नहीं निकल पा रहा है। जीव के मुक्ति-मोक्ष व जन्म-मरण की पीड़ा से मुक्त करने का उपाय वक्त गुरु के पास ही होता है। सच्चे सन्त के दर्शन, सतसंग और आशीर्वाद से नहीं बनने वाला काम भी बन जाता है। विवेकशील, बुद्धिजीवियों को भारत के आध्यात्मवाद को जगाते रहना चाहिए। समर्थ गुरु की दया लेने वाले का जन्म मरण छूट जाता है। धन, बल, प्रतिष्ठा का अहंकार पतन का कारण बना देता है। माता-पिता, बूढ़े-बुजुर्गों, अधिकारी, कर्मचारी सभी का सम्मान करो, नियम-कानून का पालन करो। नामदान बड़े भाग्य से मिलता है, यह हैवान से इंसान, इंसान से भगवान और भगवान से परम पिता जैसा बना देता है। जीव हत्या करके पैसा कमाने वाला कोई भी देश कभी तरक्की नहीं कर सकता है। अब ऐसा समय आ गया है कि आप सब लोग शाकाहारी, चरित्रवान, नशे से मुक्त, देशप्रेमी, धर्मप्रेमी बनकर कुदरती कहर का मुकाबला करो, नहीं तो अस्तित्व ही मिट जाएगा। आगे हवा दूषित होने पर सांस लेना मुश्किल हो जाएगा तब लोग मांस, मछली, अण्डा और नशे की चीजों को छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे। किसी भी जाति, धर्म व धार्मिक पुस्तक की निंदा, अपमान मत करो। सभी के दिल में प्यार – मोहब्बत का जज्बा पैदा करो। ध्यान दें ! बच्चे और बच्चियों में नशे की आदत व चरित्र का गिरना भारत जैसे धार्मिक देश के लिए खतरनाक होगा। बच्चे-बच्चियों का ध्यान रखो। इनमें नशाखोरी या चरित्रहीनता आयेगी तो समझ लो नाश ही हो जायेगा। आजमाइश करके देख लो जयगुरुदेव नाम प्रभु का ही है। जब मुसीबत में आदमी देवी-देवता फरिश्ते मददगार नहीं होंगे तब यह जयगुरुदेव नाम शाकाहारी, चरित्रवान, नशामुक्त लोगों के लिए मददगार होगा। बीमारी व तकलीफों में आराम देने वाला नाम” जयगुरुदेव ‘। जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव की ध्वनि रोज सुबह-शाम बोलिए और परिवार वालों को बोलवाइए फिर फायदा देखिए।

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