Sarcoma Cancer : कैंसर एक बहुत खतरनाक बीमारी होती है, इसका नाम सुनकर ही हर कोई कांप उठता है। इस जानलेवा बीमारी से जुड़ा एक सारकोमा कैंसर भी होता है, जो काफी जानलेवा साबित होता है। इसकी शुरुआत सॉफ्ट टिशूज या फिर हडि्डयों से होती है। ये बॉडी के कनेक्टिव टिशूज में पनपने लगता है। इस बीमारी की सबसे बड़ी बात तो ये हो कि इसका पता तब चल पाता है जब मरीज के शरीर को पूरी तरह से ये अपनी चपेट में ले लेता है। यहीं वजह है कि इसका इलाज हो पाना काफी मुश्किल होता है।
जानिए इसके लक्षण
सारकोमा कैंसर धीरे-धीरे गर्दन, चेस्ट, हाथ से शुरू होकर फैलता है, जो शरीर के अंगों को घातक पहुंचाता है। आपको बता दें सारकोमा कैंसर के लक्षण का पता चलना इसके प्रकार पर निर्भर करता है। जैसे कि गांठ बनना और दर्द वहीं अन्य लक्षणों में थकान, बुखार, शरीर का वजन कम होना ऐसे कई लक्षण है जो धीरे-धीरे जानलेवा कारण बन जाता है।
सारकोमा कैंसर का जाने इलाज
इस खतरनाक सारकोमा कैंसर का इलाज आकार और स्टेज के हिसाब से किया जाता है। इसके इलाज में सर्जरी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, टार्गेट थेरेपी और रेडिएशन थेरेपी शामिल है, जिसे करने से इस घातक बीमारी से बचा जा सकता है, सही समय पर इसकी पहचान करने के लिए सीटी MRI, स्कैन अनुवांशिकी चेकअप और एक्स-रे कराकर इसका पता लगाया जा सकता है।