lucknow: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोनम वांगचुक का खुलकर समर्थन करते हुए कहा है कि, लद्दाख को बचाने का प्रयास हमारी सीमावर्ती भूमि की सुरक्षा का भी हिस्सा है। अगर धीरे-धीरे चारागाहों पर दूसरों का कब्जा होता जाएगा, तो लद्दाख के पश्मीना चरवाहों की भेड़-बकरियों और उनसे जुड़े उत्पादों को भारी संकट का सामना करना पड़ेगा। यह लद्दाख के समाज की आजीविका से सीधा जुड़ा हुआ मुद्दा है।
यह भी पढ़ें: विजिलेंस का बड़ा एक्शन, जल निगम के अफसरों के घर छापेमारी, मिली करोड़ों की संपत्ति
लद्दाख को बचाने की कोशिश अपनी सीमावर्ती ज़मीन को बचाना भी है। अगर चारागाह पर धीरे-धीरे दूसरों का क़ब्ज़ा होता जाएगा तो लद्दाख के पश्मीना चरवाहों की भेड़-बकरियों और उनसे जुड़े उत्पादों के लिए घोर संकट पैदा हो जाएगा, जिसका सीधा संबंध लद्दाख के समाज के जीवनयापन से जुड़ा है। इसीलिए… pic.twitter.com/Oy7BRjGgoj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 2, 2024
उन्होंने बुधवार को जारी किये अपने एक बयान में कहा कि, लद्दाख के मुद्दे को व्यापक दृष्टिकोण से देखने की जरूरत है। लद्दाख की समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सरकार को बार-बार लद्दाख की समस्याओं और चुनौतियों की याद दिलानी पड़ती है।
अखिलेश ने BJP सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, भाजपा क्या समझेगी उन लोगों का महत्व, जो पानी और नमक के सहारे अनशन कर रहे हैं, क्योंकि वे तो नमक का कर्ज भी चुकाना नहीं जानते। उन्होंने आगे कहा कि, देश की जनता सोनम वांगचुक के लद्दाख, देश की सीमाओं और पर्यावरण की रक्षा के लिए किए जा रहे संघर्ष में पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है।