अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, “यह हादसा पूरी तरह से चिकित्सा प्रबंधन और प्रशासन की लापरवाही का परिणाम प्रतीत होता है। अगर ‘ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर’ में आग लगी, तो यह गंभीर लापरवाही की ओर इशारा करता है। इस प्रकार की घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को गंभीरता से नहीं लिया है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि वे चुनावी प्रचार के बजाय राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि चुनावी राजनीति में उलझे मंत्री को यह भी याद नहीं रहेगा कि वे स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री हैं। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को इस घटना की सच्ची जांच करवानी चाहिए और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
अखिलेश यादव ने साथ ही यह भी कहा कि झुलसे बच्चों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा प्रदान की जानी चाहिए और शोक संतप्त परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये की संवेदना राशि दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि गोरखपुर जैसी घटना फिर से दोहराई जाती है, तो राज्य सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।