politics 2024: उद्योगपति गौतम अडानी पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए इसे गहरी मिलीभगत का हिस्सा बताया है। वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस के इन आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार किया है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि आरोप लगाने से पहले तथ्यों को समझना चाहिए और बेवजह उत्साहित होने की जरूरत नहीं है।
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अडानी ग्रुप का कारोबार बंदरगाहों, हवाईअड्डों और ऊर्जा क्षेत्र तक फैला है। अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि अडानी समूह के अध्यक्ष, उनके भतीजे सागर अडानी और अन्य छह लोगों ने भारतीय सरकारी अधिकारियों को 2,029 करोड़ रुपये (265 मिलियन डॉलर) की रिश्वत देकर सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल किया। यह रिश्वत कथित तौर पर 2020 से 2024 के बीच दी गई थी।
आरोप है कि, यह जानकारी अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई, जिनसे अडानी समूह ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अरबों डॉलर का निवेश जुटाया था। इन अनुबंधों से अडानी समूह को 2 बिलियन डॉलर का मुनाफा होने की संभावना थी। इस मामले पर राजनीतिक विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस इसे भ्रष्टाचार और सांठगांठ का उदाहरण बता रही है, जबकि बीजेपी इसे राजनीति से प्रेरित आरोप बता रही है।