Congress: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और केरल के अन्य सांसदों ने शनिवार को वायनाड की भूस्खलन त्रासदी के पीड़ितों के लिए राहत पैकेज की मांग को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रियंका गांधी और अन्य सांसद संसद भवन के मकर द्वार के निकट एकत्र हुए और “वायनाड के साथ भेदभाव बंद करो” जैसे नारे लगाए। प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार वायनाड को विशेष राहत पैकेज देने से इनकार कर रही है, जबकि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से यह अनुरोध किया था और प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा था।
प्रधानमंत्री जी संसद में संविधान की किताब को माथे से लगाते हैं, लेकिन संभल, हाथरस और मणिपुर में जब न्याय की गुहार उठती है तो उनके माथे पर शिकन तक नहीं आती।
शायद समझ नहीं पाए हैं कि भारत का संविधान, संघ का विधान नहीं है। pic.twitter.com/tN3m4vIXWn
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 13, 2024
प्रियंका ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इन प्राकृतिक आपदाओं के मामलों में राजनीतिक कारणों से उचित सहायता देने से बच रही है। उन्होंने यह भी कहा कि वायनाड और हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही हुई है, और दोनों ही क्षेत्रों को केंद्र से मदद की आवश्यकता है। उनका कहना था कि सभी भारतीय नागरिकों को समान अधिकार मिलना चाहिए, और प्राकृतिक आपदाओं के मामलों में भेदभाव नहीं होना चाहिए।
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इसके पूर्व, प्रियंका गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह से इस मुद्दे पर मुलाकात की थी। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में इस मुद्दे पर कहा था कि विपक्षी दलों को वायनाड की त्रासदी पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, क्योंकि मोदी सरकार ने इस हादसे के बाद राज्य को पूरी सहायता प्रदान की थी।