Health (lung tumor): फेफड़ों में ट्यूमर बनना एक बहुत ही गंभीर स्थिति है। इसका सबसे बड़ा कारण तंबाकू का सेवन और धूम्रपान है। हालांकि, यह समस्या नॉन-स्मोकर्स में भी देखी जा सकती है। हाल के वर्षों में फेफड़ों में ट्यूमर या लंग कैंसर (Lung Cancer) के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है और जानलेवा भी साबित हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, फेफड़ों में ट्यूमर बनने के कई लक्षण होते हैं, जिन्हें लोग अक्सर अनदेखा कर देते हैं। इससे बीमारी और गंभीर हो जाती है। आइए जानते हैं, फेफड़ों में ट्यूमर के लक्षण, कारण और इसके इलाज के तरीके।
फेफड़ों में ट्यूमर के लक्षण:-
सांस लेने में परेशानी
फेफड़ों में ट्यूमर बनने पर सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। अगर यह समस्या लगातार बनी हुई है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
खांसी का लंबे समय तक बने रहना
अगर आपको लंबे समय से खांसी हो रही है तो यह फेफड़ों में ट्यूमर का संकेत हो सकता है। ऐसे में चेकअप कराना जरूरी है।
छाती में दर्द
छाती में लगातार दर्द होना भी एक प्रमुख लक्षण है। इसे एसिडिटी समझकर नजरअंदाज करना बाद में गंभीर परिणाम दे सकता है।
अचानक वजन कम होना
बिना किसी कारण के वजन का कम होना लंग कैंसर का संकेत हो सकता है। अक्सर मरीजों को देरी से पता चलता है, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है।
थकान और सांस फूलना
अगर थोड़ा काम करने पर ही थकान महसूस हो और सांस फूलने लगे, तो यह फेफड़ों के कमजोर होने और ट्यूमर बनने का संकेत हो सकता है।
फेफड़ों में ट्यूमर के कारण:-
धूम्रपान: तंबाकू और धूम्रपान इसके प्रमुख कारण हैं।
वायु प्रदूषण: प्रदूषित हवा में सांस लेने से भी यह समस्या हो सकती है।
जेनेटिक कारण: परिवार में किसी को लंग कैंसर रहा हो तो इसका खतरा बढ़ जाता है।
फेफड़ों में ट्यूमर का इलाज:-
एक्स-रे और सीटी स्कैन: डॉक्टर फेफड़ों में ट्यूमर का पता लगाने के लिए एक्स-रे और सीटी स्कैन का उपयोग करते हैं।
विशेषज्ञ की सलाह: सही समय पर विशेषज्ञ से संपर्क करना बेहद जरूरी है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। खबर की सटीकता को लेकर GK NEWS LIVE किसी भी तरह का दवा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।