UP Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों महाकुंभ को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। महाकुंभ की तैयारियों को लेकर भाजपा सरकार के दावों को चुनौती देते हुए अखिलेश ने आरोप लगाया कि महाकुंभ के लिए बनाए गए 22 पांटून पुलों में से केवल 9 ही यातायात के लायक हैं, जबकि बाकी पुल खस्ताहाल हैं। इस पर उन्होंने सवाल उठाया कि जब महाकुंभ के आयोजन में अब सिर्फ 20 दिन ही बाकी हैं, तो बाकी पुल कैसे तैयार होंगे और भीड़ का नियंत्रण किस तरह होगा।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 : भाजपा के कुशासन मॉडल का विशेष समाचार बुलेटिन
दिनांक: 26 दिसंबर, 2024
संवाददाता: पीडीए पत्रकारसमाचार:
22 में से केवल यातायात लायक केवल 9 पांटून पुल, बाक़ी नौ दो ग्यारह
मतलब साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाये… pic.twitter.com/jV0Tjc86Ur
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 26, 2024
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा, “साल भर की क़वायद के बाद 22 में से केवल 9 पांटून ब्रिज यातायात योग्य बन पाए हैं, यानी लगभग 40% काम ही हो पाया है।” उनका यह बयान महाकुंभ के आयोजन की तैयारियों पर गंभीर सवाल उठाता है, जो सिर्फ दो हफ्ते दूर हैं।
इससे पहले, अखिलेश यादव ने महाकुंभ से जुड़ा एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसमें बिजली के खंभे बिना तारों के दिखाई दे रहे थे। इस पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, “देखिए भाजपा सरकार का अचंभा, बिना तार के खंभे! समाजवादियों ने तो पहले ही एक गाने में कहा था, ‘बिन बिजली के खड़ा है खंभा’। भाजपा राज में यह गाना नहीं, बल्कि शत-प्रतिशत सत्य है।” इसके बाद प्रशासन ने इस मुद्दे को संज्ञान में लेते हुए बिजली के खंभों पर तार लगाने का काम शुरू किया।
अखिलेश यादव ने प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह सही दिशा में कदम है, लेकिन उनका यह भी कहना था कि इस कार्य को समय रहते पूरा किया गया, ताकि सुरक्षा जांच के लिए पर्याप्त समय मिल सके। उन्होंने इस प्रक्रिया को “कछुए की चाल” की जगह “सही गति” से पूरा करने की उम्मीद जताई।