लखनऊ: दोस्तों यह महामारी का दौर है , बुरी तरीके से पूरी तरह से लोग इस महामारी की चपेट में आते जा रहे हैं ,और अपनी जान खोते जा रहे हैं | हम दिनोंदिन जो देख रहे हैं, 21वीं सदी में में किसी ने सोचा भी नहीं था कि कोविड-19 ऐसी एक महामारी होगी जो लोगों की जिंदगी को 5 से 7 दिन में खत्म कर देगी | मैं मृणालिनी सिंह आकाश वेलफेयर फाउंडेशन की सदस्य हू और हमेशा संस्था के काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी |अचानक ही पता चला मैं कोविड-19 महामारी से ग्रसित हो चुकी हूं|
15 दिन से मैं मेदांता हॉस्पिटल में एडमिट थी और उस हॉस्पिटल के अंदर डॉक्टर्स ने मुझे बहुत सहयोग दिया ,मुझे मेरे दोस्तों ने मेरे लिए बहुत दुआएं की ,मैं तो एकदम मौत के मुंह में जा चुकी थी | जहां से निकलना भी असंभव था| लेकिन भगवान की कृपा से और दोस्तों की दुआओं ने मुझे इस महामारी की समस्या से बाहर निकाल लिया | मेरे दोस्त मुझे मैसेज और फोन करके हाल जानते थे | मुझे साईं बाबा ने दोबारा से मौत से निकालकर जिंदगी के रास्ते पर खड़ा कर दिया और मैं फिर से मुस्कुराने लगी | मैं मृणालनी सिंह ईश्वर का ,दोस्तों का, उन डॉक्टर्स नर्सों का ,धन्यवाद करना चाहती हूं| उनकी लिए धन्यवाद जैसा शब्द बहुत छोटा है ,लेकिन मेरे पास कोई शब्द नहीं है मैं उनका इसी शब्द के साथ आभार व्यक्त करती हूं |