UP: महाकुंभ के दौरान तीर्थराज प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक में राज्य के विकास और रोजगार से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाओं को मंजूरी दी गई।
विकास क्षेत्रों का गठन:-
कैबिनेट ने वाराणसी-विंध्य क्षेत्र और प्रयागराज-चित्रकूट को मिलाकर दो नए विकास क्षेत्रों के गठन की घोषणा की। इससे बुंदेलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक दर्जन जिलों को लाभ मिलेगा। इन क्षेत्रों में धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास के साथ-साथ स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी 54 मंत्रियों के साथ संगम पहुंचे। मंत्रोच्चार के बीच संगम में डुबकी लगाने के बाद सभी ने सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके बाद नाव पर सवार होकर संगम का भ्रमण किया और पक्षियों को दाना खिलाया।
एक्सप्रेसवे और पुल निर्माण:-
बैठक में दो नए एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना को स्वीकृति दी गई।
320 किमी लंबा एक्सप्रेसवे: प्रयागराज को सोनभद्र से जोड़ेगा।
100 किमी लंबा विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे: चंदौली से गाजीपुर तक।
इसके अलावा, गंगा और यमुना नदी पर दो नए पुलों के निर्माण को भी मंजूरी दी गई।
युवाओं के लिए रोजगार और तकनीकी सुविधाएं:-
25 लाख स्मार्टफोन वितरण: स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 2493 करोड़ रुपये खर्च कर स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जाएंगे।
एयरोस्पेस और रक्षा नीति: उत्तर प्रदेश को एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में अग्रणी बनाने के लिए नई नीति लागू की गई। 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश से एक लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।
चिकित्सा शिक्षा का विस्तार:-
बलरामपुर में स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। साथ ही हाथरस, बागपत, और कासगंज में पीपीपी मॉडल के तहत मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया।
म्युनिसिपल बॉन्ड और अन्य फैसले:-
प्रयागराज, वाराणसी, और आगरा नगर निगम म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करेंगे। इसके अलावा:
- 62 आईटीआई का विकास: टाटा टेक्नोलॉजी द्वारा।
- कंपनियों को सब्सिडी पर जमीन उपलब्ध कराना।
- ग्रेटर आगरा में आवासीय योजनाओं का विस्तार।
- न्यायिक प्रक्रिया को तेज करने के लिए अभियोजन निदेशालय का गठन।