Delhi: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की नई सरकार बनने के बाद दिल्ली विधानसभा के पहले सत्र का आज (मंगलवार, 25 फरवरी) दूसरा दिन है। इस दौरान विधानसभा में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश की जानी है। रिपोर्ट में दिल्ली के ‘6 फ्लैग स्टाफ रोड’ स्थित मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण में गंभीर अनियमितताओं का मुद्दा उठाया गया है। यह वही बंगला है, जिसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आवास को बड़ा करने के लिए नियमों का उल्लंघन किया गया है। इसके अलावा, कैंप ऑफिस और स्टाफ ब्लॉक को भी आवासीय परिसर में शामिल कर लिया गया है।
सीएम रेखा गुप्ता ने की थी सीएजी रिपोर्ट पेश करने की घोषणा:-
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार आरोप लगाती रही है कि आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने कैग रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं होने दिया। बीजेपी का दावा था कि उनकी सरकार के दौरान पार्टी बार-बार रिपोर्ट जारी करने की मांग कर रही थी, लेकिन जानबूझकर ऑडिट में देरी करवाई गई। इस मामले को लेकर बीजेपी ने कोर्ट का रुख भी किया था। ऐसे में सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की थी कि विधानसभा के पहले सत्र में ही यह रिपोर्ट पेश की जाएगी।
‘शीशमहल’ विवाद फिर गरमाया:-
बीजेपी दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को ‘शीशमहल’ कहकर तंज कसती रही है। सीएजी रिपोर्ट में आवास की मरम्मत और नवीनीकरण से जुड़ी अनियमितताओं का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 7.61 करोड़ रुपये थी, लेकिन अप्रैल 2022 तक इसकी लागत बढ़कर 33.66 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। रिपोर्ट में टेंडर प्रक्रिया और कामकाज में भी गड़बड़ियों की बात कही गई है। इस रिपोर्ट के पेश होने के बाद विधानसभा में तीखी बहस और हंगामे की संभावना जताई जा रही है।