Stomach Infection: पेट में संक्रमण (Stomach Infection) होने पर शरीर कई तरह के संकेत देता है। अगर समय पर इसका ध्यान न दिया जाए तो यह गंभीर समस्या बन सकती है। सही समय पर इसे कंट्रोल ना किया जाए तो मरीज की हालत बद से बदतर हो सकती है. इसलिए डॉक्टर पेट में इन्फेक्शन होते ही खानपान में कई तरह की पाबंदियां लगा देते हैं. गैस्ट्रोएंटेराइटिस क्यों हो जाता है, इसके होने पर क्या लक्षण दिखते हैं और इससे बचाव के क्या उपाय हो सकते हैं, इस लेख में विस्तार से जानें.नीचे दिए गए 6 प्रमुख लक्षणों पर ध्यान दें….
लगातार दस्त (Diarrhea) – पानी जैसा पतला मल आना, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
उल्टी (Vomiting) – खाना पचाने में दिक्कत और मतली महसूस होना।
पेट में ऐंठन (Abdominal Cramps) – पेट में मरोड़ और तेज दर्द रहना।
भूख न लगना (Loss of Appetite) – खाने की इच्छा कम हो जाना।
तेज बुखार (High Fever) – शरीर का तापमान बढ़ जाना, जो संक्रमण की ओर इशारा करता है।
थकान और कमजोरी (Fatigue & Weakness) – शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होना।
क्या खाएं? (पेट के संक्रमण में सही आहार)
दही – प्रोबायोटिक्स से भरपूर, पेट की अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
केला – पचाने में आसान और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करता है।
सूजी का हलवा या दलिया – हल्का और सुपाच्य भोजन।
नारियल पानी – हाइड्रेशन बनाए रखने और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस के लिए।
उबला हुआ चावल और मूंग दाल – पेट को आराम देने वाला हल्का भोजन।
अदरक या पुदीना चाय – सूजन कम करने और पाचन में मददगार।
क्या न खाएं?
मसालेदार और तला-भुना खाना – पेट की जलन और गैस बढ़ा सकता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स (दूध, पनीर) – कुछ लोगों को दूध से पेट में गैस और ऐंठन हो सकती है।
कैफीन और एल्कोहल – पेट की परत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड – इनमें मौजूद केमिकल्स पेट की समस्या बढ़ा सकते हैं।
कोल्ड ड्रिंक्स और ज्यादा मीठा खाना – संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है।